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Punjab: पंजाब की ‘आप’ सरकार के खिलाफ शिक्षकों ने खोला मोर्चा, कहा- झूठा निकला इनका वादा…!

punjab teacher

नई दिल्ली। पंजाब की सत्ता पर काबिज हुई आम आदमी पार्टी के खिलाफ तकरीबन 13 हजार ईजीएस शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। इन शिक्षकों ने आप सरकार से मांग की है कि उनके वेतन में वृद्धि की जाए। आंदोलनरत शिक्षकों का कहना है कि विगत 18 वर्षों से यह शिक्षक महज 6 हजार की मामूली वेतन में काम कर रहे हैं, लेकिन आज तक पंजाब सरकार ने कोई भी कदम नहीं उठाया है। वहीं, बीते दिनों चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने शिक्षकों से वादा किया था कि प्रदेश में सरकार बनने के महज 36 दिनों के दरम्यान दिल्ली की तर्ज पर पंजाब के शिक्षकों का वेतन भी 36 हजार रूपए प्रतिमाह किया जाएगा, लेकिन सरकार बने अब 36 दिनों से भी ज्यादा हो चुके हैं, मगर सरकार की तरफ से अभी तक इस दिशा में कोई भी ध्यान नहीं दिया गया है। शिक्षकों ने मांग की है कि कैसे भी करके उनकी ओर ध्यान दिया जाए। धरनारत शिक्षकों कहना है कि एक मजदूर भी आज की तारीख में प्रतिदिन 500 रूपए कमा लेता है और इस तरह प्रतिमाह 15 हजार रूपए की आय अर्जित कर लेता है, लेकिन पढ़ने लिखने के बावजूद भी शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है। यह निंदनीय है। हमारी हित की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया है। हम समाज को शिक्षित करते हैं, लेकिन अगर हम ही ऐसी दुदर्शा में रहेंगे तो कैसे समाज को प्रबद्ध करने की दिशा में अपना योगदान दे पाएंगे। यह विवेचना का विषय है।

बता दें कि आंदोलनकारी शिक्षकों की अगुवाई कर रहे सुखचैन सिंह चैन ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने हमारे साथ झूठे वादे किए थे। उन्होंने हमसे वादा किया था कि उनकी सरकार बनने के बाद हमारे हित की दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया जाएगा, लेकिन अभी तक हमारे लिए कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने पंजाब की सरकार को चेताते हुए साफ लहजे में कह दिया है कि अगर हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, तो हमारा यह आंदोलन चलता रहेगा।

हालांकि, शिक्षकों की मांग के संदर्भ में अभी तक पंजाब सरकार की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसी स्थिति यह देखना भी दिलचस्प रहेगा कि  आम आदमी पार्टी की जिन वादों के साथ सूबे के सिंहासन पर विराजमान हुई  थी, उन वादों को पूरा करती है की नहीं। उधर, धरनास्थल पर पंजाब सरकार की तरफ से भारी संख्या में पुलिस बलों को भी तैनात किया गया है, ताकि कोई भी अप्रिय घटना घट सकें, चूंकि आमतौर पर देखा जाता है कि आंदोलन के बहाने कुछेक असामजिक तत्व के लोग अपने नापाक इरादों को धरातल पर उतार दिया करते हैं। बहरहाल, ऐसी स्थितियों का हमें सामना न करना पड़े जिसे ध्यान में रखते हुए भारी संख्या मं पुलिसबलों को तैनात किया गया है।

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