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Goa Congress: गोवा कांग्रेस में छाए संकट के बादल, नेता प्रतिपक्ष पद से हटाए गए माइकल लोबो

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के बाद अब आपको गोवा में कांग्रेस की दुर्गति देखने को मिल सकती है। खबर है कि कांग्रेस के 6 से 10 विधायक बीजेपी के खेमे में शामिल हो सकते हैं। मौजूदा वक्त में गोवा विधानसभा में कांग्रेस के 11 विधायक हैं। मान लीजिए कि अगर 10 विधायक बीजेपी के पाले में शामिल हो जाते हैं, तो कांग्रेस के पास एक विधायक ही शेष रह जाएगा, जिससे प्रदेश में संगठन कमजोर अवस्था में आ जाएगी। उधर, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी ने बीजेपी पर अपने विधायकों को प्रलोभन देकर अपने पाले में करने का आरोप लगाया है। बता दें कि पूर्व अध्य़क्ष गिरीश चोडनकर ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के 3 विधायकों को बीजेपी में शामिल होने के लिए 3 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया है। उधर, बीजेपी अध्यक्ष सदानंद तनवड़े ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कांग्रेस द्वारा लगाए गए इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। हमने कांग्रेस के किसी भी विधायक को कोई प्रलोभन नहीं दिया है।

वहीं, गोवा कांग्रेस में जारी राजनीतिक घमासान के बीच दिनेश गुंड्डू राव ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि यह सब कुछ हमारे नेताओं के द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि हमारे ही पार्टी के कुछ नेता बीजेपी के साथ मिलकर संगठन को कमजोर करने कोशिश कर रहे हैं। वे विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ माइकल लोबो और दिगंबर कामत के नेतृत्व में किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए माइकल लोबो को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया गया है, क्योंकि उनके ऊपर कांग्रेस को तोड़ने का आरोप लगा है। उधर, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि  गोवा कांग्रेस इकाई में दिगंबर कामत और माइकल लोबो ने ही बागी तेवर दिखाए हैं।

उनके समर्थन में कई  विधायक आ गए। हालांकि, कांग्रेस के कई नेता दिगबंर काम और माइकल लोबो के बागी तेवर के खबरों को निराधार बता रहे हैं। लेकिन, बेशक   पार्टी के नेता इस पूरी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन संकट की ज़ड़े अब गहरा चुकी हैं। बता दें कि आज शाम कांग्रेस ने सभी विधायकों की बैठक बुलाई थी, जिसमें दिगबंर कामत और माइकल लोबो नदारद रहे थे, जिससे यह साफ जाहिर होता है कि मौजूदा वक्त में कांग्रेस में  स्थिति कुछ ठीक नहीं है। लेकिन, अब जो भी हो, देखना होगा कि आगामी दिनों में  पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है।

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