नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा 2023 में एग्जिट पोल्स में बीजेपी को बड़ा झटका लगता हुआ दिखाई दे रहा है। राज्य के भीतर कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनती हुई नजर आ रही है और एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को राज्य में बड़ी बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। सर्वे के मुताबिक राज्य में 224 सीटों में से तटीय इलाके में बीजेपी को 19 में से 16 सीट मिलती नजर आ रही हैं तो वहीं कांग्रेस को 3 सीटें हासिल होती नजर आ रही हैं। अगर बात करें वहीं मध्य कर्नाटक की तो मध्य कर्नाटक में भी कांग्रेस को 23 में से 12 सीटें पर बढ़त हासिल होती दिखाई दे रही है। वहीं, बीजेपी के खाते में 10 सीटें आ सकती हैं। वहीं, जेडीएस को यहां से एक सीट मिल सकती है। तो ऐसे में बीजेपी जो बड़ी जीत के दावे कर रही थी वो धूल में मिलता नजर आ रहा है। 13 मई को इस चुनाव के परिणाम आने हैं, लेकिन उससे पहले बीजेपी एग्जिट पोल के नतीजों से बिलकुल खुश नहीं होगी।
कर्नाटक एग्जिट पोल के हिसाब से करावल तटीय इलाके में बीजेपी को 50 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है वहीं चुनावी सर्वे के मुताबिक तटीय इलाके करावल में 50% वोट बीजेपी के खाते में जा रहे हैं। वहीं, 40% वोट कांग्रेस के खाते में जा सकते हैं। बेंगलुरु शहर में कांग्रेस को 17 और बीजेपी को 10 सीटें मिलने जा रही हैं वहीं जेडीएस को एक सीट मिलती दिखाई दे रही है। पिछले बार के चुनाव को अगर देखा जाए तो बीजेपी के वोट प्रतिशत कम रहे थे लेकिन इसके बावजूद भी बीजेपी ने राज्य के भीतर सरकार बनाई थी। 70 सीटों को लेकर कुल मिलकर अबतक एग्जिट पोल्स के नतीजे सामने आ रहे हैं, जिसमें 36 सीटों पर बीजेपी आगे है जबकि कांग्रेस को 32 सीटें मिलती नजर आ रही है।आजतक और एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलते दिख रहा है,जबकि सत्ताधारी भाजपा को जोरदार झटका लग सकता है। एग्जिट पोल के अनुसार, कांग्रेस को 122-140 सीटें, भाजपा को 62-80, जेडीएस को 20-25 और अन्य के खाते में 0-3 सीटें जाते दिखाई दे रही है।
हैदराबाद कर्नाटक क्षेत्र में 40 सीटों में 47 फीसदी वोट शेयर के साथ कांग्रेस बड़ी पार्टी बनती नजर आ रही है। जबकि बीजेपी 36 फीसदी वोट शेयर हासिल करती दिखाई दे रही है। कर्नाटक हैदराबाद क्षेत्र में सबसे ज्यादा 40 सीटों में से 32 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। जबकि बीजेपी को 7 सीटें मिल रही हैं। जबकि जेडीएस को 1 सीट मिलती नजर आ रही है। पिछली बार कांग्रेस ने 21 सीटें इस क्षेत्र से जीतें थीं।
गौर करने वाली बात ये है कि राज्य में मौजूदा वक्त में काबिज बीजेपी हर 5 साल में सत्ता बदलने वाले 38 साल पुराने ट्रेंड को की कोशिश में जुटी हुई है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस इस बार बीजेपी को सत्ता से बाहर करने का दावा कर रही है। जेडीएस को उम्मीद है कि 2018 की तरह एक बार फिर पार्टी किंग मेकर की भूमिका में आ सकती है. बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को आएंगे। कर्नाटक में 2615 उम्मीदवार मैदान में हैं। उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष हैं, 184 महिलाएं हैं, और एक थर्ड जेन्डर है। राज्य में 5.3 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं, इनमें 11.71 लाख वोटर्स पहली बार मतदान कर रहे हैं। राज्य में 2.66 करोड़ पुरुष और 2.63 करोड़ महिलाएं हैं। जबकि 5.71 लाख से ज्यादा दिव्यांग वोटर्स हैं। 80 साल और उससे ज्यादा आयु के 12.15 लाख वरिष्ठ नागरिक भी वोटर हैं। जबकि 16,000 से ज्यादा मतदाता 100 साल से ज्यादा उम्र के हैं। ये डाटा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कर्नाटक में चुनावउत्तर भारत के राज्यों से अलग तरह से होते हैं, वहां लोगों के मुद्दे भी अलग रहते है। बीजेपी का हनुमान कार्ड कितना कामयाब हुआ है राज्य के भीतर अब ये देखने वाली बात होगी।