अगरतला। कांग्रेस में नेताओं की भगदड़ के बाद अब तृणमूल कांग्रेस में भी ऐसा ही नजारा दिख रहा है। तृणमूल कांग्रेस TMC की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कई राज्यों में अपनी पार्टी का असर बढ़ाने की कोशिश में अर्से से जुटी हैं। इन राज्यों में त्रिपुरा भी है। त्रिपुरा में टीएमसी ने विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। अब उसी राज्य में ममता बनर्जी को जोर का झटका लगा है। त्रिपुरा टीएमसी के उपाध्यक्ष और ममता के खास अब्दुल बासित खान ने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि इससे पहले ममता ने त्रिपुरा में टीएमसी अध्यक्ष पद से सुबल भौमिक को हटा दिया था। अब चर्चा है कि सुबल और अब्दुल बासित बीजेपी में जा सकते हैं।
अब्दुल बासित खान ने राज्य में टीएमसी प्रभारी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि वो तुरंत प्रभाव से त्रिपुरा में टीएमसी उपाध्यक्ष पद छोड़ रहे हैं। इसकी कॉपी उन्होंने पार्टी के कोर ग्रुप की मेंबर और बड़ी नेता सुष्मिता देब को भी भेजी है। अब्दुल बासित का प्रभाव त्रिपुरा के उत्तरी जिलों में है। दो दिन पहले ही अध्यक्ष पद से सुबल भौमिक को हटाए जाने का ये परिणाम लग रहा है। चर्चा है कि 28 अगस्त को यानि आज जब बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा त्रिपुरा पहुंचेंगे, तो वो सुबल भौमिक और अब्दुल बासित खान को बीजेपी में शामिल करा सकते हैं।
ममता ने त्रिपुरा में हालात को संभालने के लिए राज्य में टीएमसी प्रभारी राजीव बनर्जी और सुष्मिता देब को फिलहाल जिम्मेदारी सौंपी है। दोनों नेता अगले अध्यक्ष के चुनाव से पहले तक त्रिपुरा में टीएमसी का कामकाज देखेंगे। बता दें कि ममता के भतीजे अभिषेक बनर्जी भी त्रिपुरा में पहले काफी सक्रिय रहे हैं। कई मुद्दों पर अभिषेक ने त्रिपुरा पहुंचकर आंदोलन भी किया था, लेकिन अर्से से उन्होंने राज्य में अपनी दस्तक नहीं दी है। अब देखना ये है कि ममता किसे त्रिपुरा का जिम्मा सौंपती हैं।