नई दिल्ली। जीवन में कभी-कभी ऐसा कुछ घटित हो जाता है जिसके कारण उस वक्त तो हमें परेशानी होती है मगर बाद में ऐसा लगता है कि जो हुआ, अच्छा हुआ। ऐसा ही कुछ हुआ है भरूच की रहने वाली भूमि चौहान के साथ। भूमि चौहान भी एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 जो कल अहमदाबाद में क्रैश हो गई, उससे लंदन जाने वाली थीं लेकिन ट्रैफिक जाम के चलते वो 10 मिनट देरी एयरपोर्ट पहुंचीं और चेक इन नहीं कर सकीं। इस वजह से वो विमान में सवार नहीं हो पाईं, उनको वापस लौटना पड़ा और उनकी जान बच गई।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”hi” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> गुजरात: भरूच की रहने वाली भूमि चौहान की कल की फ्लाइट AI-171 देरी से एयरपोर्ट पहुंचने के चलते निकल गई थी, जो फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसमें सवार 242 लोगों में से 241 लोग जान गंवा बैठे। <br><br>भूमि चौहान ने बताया, "…मैं चेक-इन गेट पर 10 मिनट देरी से पहुंची थी, लेकिन… <a href=”https://t.co/ypEtbp9EiL”>pic.twitter.com/ypEtbp9EiL</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href=”https://twitter.com/AHindinews/status/1933396807700144530?ref_src=twsrc%5Etfw”>June 13, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
भूमि चौहान ने बताया कि मैंने चेक इन गेट पर पहुंचने के बाद एयर लाइन स्टाफ से रिक्वेस्ट किया कि मुझे जाने दें लेकिन वो नहीं माने और मुझे जाने नहीं दिया गया। जब मुझे पता चला कि फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई है, तो मैं पूरी तरह से स्तब्ध रह गई। इसके लिए मैं देवी मां का शुक्रिया अदा करती हूं कि मैं बच गई। उन्होंने इस घटना पर दु:ख जताया और कहा कि यह बेहद भयावह है। आपको बता दें कि एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने कल अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। प्लने ने 1 बजकर 38 मिनट पर टेक ऑफ किया और 1 बजकर 40 मिनट पर क्रैश हो गया।
विमान में दोनों पायलट और क्रू मेंबर्स को मिलाकर कुल 242 लोग यात्रा कर रहे थे। जिसमें से सिर्फ 1 व्यक्ति जीवित बचा, बाकी 241 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। प्लेन दुर्घटना में एकलौते जीवित बचे व्यक्ति का नाम रमेश कुमार विश्वास है और वो फिलहाल अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसने बताया कि हादसे के बाद वो सीट समेत प्लेन से बाहर जा गिरा जिस वजह से उसकी जान बच गई। भूमि चौहान और रमेश कुमार विश्वास को देखकर यह कहावत एक बार फिर चरितार्थ हो गई कि जिसका जीवन है उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।