जालंधर। खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की तलाश पंजाब पुलिस तेजी से कर रही है। अमृतसर के पास अमृतपाल के जल्लूपुर खेड़ा गांव में पुलिस का पहरा है। हर शहर, हाइवे वगैरा पर जमकर चेकिंग हो रही है। इस बीच, अमृतपाल सिंह के चाचा और उसके ड्राइवर ने रविवार रात को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया। अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह ने पुलिस को फोन कर बताया था कि वो और अमृतपाल सिंह का ड्राइवर हरप्रीत सिंह शाहकोट के बुलंदी गुरुद्वारे में हैं। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची और दोनों को थाने ले गई।
इस बीच, खबर ये भी है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) इस मामले को अपने हाथ ले सकती है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि अमृतपाल सिंह के चार साथियों भगवंत सिंह, बसंत सिंह, गुरमीत सिंह गिल और सरबजीत सिंह से एनआईए पूछताछ कर सकती है। इन चारों को सुरक्षा कारणों से पंजाब पुलिस ने रविवार को असम के डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया था। अमृतपाल सिंह के फाइनेंसर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है और पूछताछ कर पता किया जा रहा है कि कौन कौन लोग या संगठन रकम के जरिए मदद करते रहे हैं। अगर विदेशी फंडिंग का खुलासा होता है, तो मामले में ईडी की एंट्री भी हो सकती है।
अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ पंजाब पुलिस ने केंद्रीय सुरक्षा बलों को साथ लेकर शनिवार को ऑपरेशन शुरू किया था। आज इस ऑपरेशन का तीसरा दिन है। अब भी पंजाब के तमाम इलाकों में इंटरनेट बंद है। पुलिस ने जगह-जगह नाकेबंदी कर रखी है। पुलिस ने अफवाह फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की बात कही है। अमृतपाल सिंह अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। वो शनिवार को बाइक पर बैठकर शाहकोट के पास फरार हो गया था। खबर ये भी है कि हरियाणा में भी उसकी तलाश पुलिस कर रही है। पंजाब पुलिस सूत्रों ने पहले दावा किया था कि अमृतपाल सिंह के संबंध पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से हैं।