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UP: जेल में अनोखा नजारा, 516 कैदियों ने रखा नवरात्रि का व्रत तो 450 रख रहे रोज़ा, जानिए पूरा मामला

naini jail

नई दिल्ली। जेल…ये शब्द सुनते ही हर किसी के जहन चार दिवारी, अंधेरा, जेलर का कैदियों पर चिल्लाना यही सब आता है लेकिन बदलते समय के साथ ही जेल में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिले हैं। न सिर्फ जेल बल्कि कैदियों ने भी अब खुद को सुधारने के लिए प्रयास करना शुरू कर दिया है। बदलते दौर के साथ जेल में बदलाव का कुछ ऐसा ही नजारा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के पास स्थित नैनी सेंट्रल जेल में देखने को मिला है। जहां नैनी सेंट्रल जेल में बंद महिलाओं समेत कुल 516 कैदी नवरात्रि में नौ दिन का उपवास रख रहे हैं। इतना ही नहीं करीब 450 कैदी ऐसे भी हैं जिन्होंने रमजान के रोजे रखे हुए हैं। ऐसे में जेल अधिकारियों ने इन कैदियों के लिए खास बंदोबस्त भी किए हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, जेल अधिकारियों ने बताया कि 2 अप्रैल से शुरू हुए चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कुल 1,532 कैदियों ने उपवास रखा और नवरात्रि के आठवें दिन भी इतने ही कैदियों के उपवास रखा जा सकता है। वहीं इन 1,532 कैदियों में से 516 कैदी नवरात्रि के तमाम धार्मिक अनुष्ठानों का पालन करते हुए पूरे नौ दिनों तक व्रत रखें हुए हैं। अखबार के मुताबिक, नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडे ने बताया, ‘नवरात्रि के पहले दिन कुल 1,532 कैदियों ने उपवास रखा था और अष्टमी के दिन भी इतने ही लोगों के उपवास रखने की उम्मीद है। इन 1,532 कैदियों में से 516 कैदी पूरे नौ दिन के उपवास पर हैं।’ पांडे ने ये भी बताया कि हर एक कैदी जो कि नवरात्रि के व्रत रख रहे हैं उन्हें आधा किलो आलू, तीन केले, 250 ग्राम दूध और 100 ग्राम चीनी मुहैय्या कराई जा रही है।

रमजान रख रहे लोगों को मिल रही ये सुविधा

नवरात्रि के अलावा जो लोग रमजान के रोजे रख रहे हैं उन कैदियों को शाम के वक्त अतिरिक्त आहार दिया जा रहा है। इनमें 200 ग्राम दूध, तीन केले, 30 ग्राम खजूर, नींबू, पाव रोटी और बिस्कुट आदि शामिल हैं। वरिष्ठ जेल अधिक्षक पांडे ने ये भी दावा किया कि अधिकारियों की तरफ से व्रतियों के लिए खास व्यवस्था की गई है और व्रत कर रहे कैदियों को उचित सामान जरूरत के मुताबिक दूध, फल जैसे सभी खाद्य पदार्थ प्रदान किए जा रहे हैं। वरिष्ठ जेल अधिक्षक पांडे की मानें तो नवरात्रि का व्रत रख रहे कैदी अपने बैरक के साथ-साथ जेल परिसर में भजन-कीर्तन और अन्य अनुष्ठानों में भी हिस्सा ले रहे हैं। कैदी सुबह जल्दी उठ रहे हैं। स्नान करने के बाद पूजा-पाठ भी करते हैं।

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