नई दिल्ली। कोरोना की वजह से देशभर मामले बढ़ते जा रहे हैं। वहीं यूपी में भी हालत बहुत ज्यादा संतोषजनक नहीं है। इसको लेकर इलाहाबाज हाईकोर्ट भी प्रदेश की योगी सरकार से एक्शन प्लान मांगते हुए लॉकडाउन लगाने की बात कही है। इस बीच शनिवार को सीएम योगी वाराणसी पहुंचे थे कि उनकी सुरक्षा में तैनात 4 सुरक्षाकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए। जिसके बाद से उनके कार्यक्रम भी बदलना पड़ा।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर जिन पुलिसकर्मियों की तैनाती पुलिस लाइन हेलीपैड पर लगाई गई थी, उनमें 4 पुलिसकर्मी वाराणसी पुलिस लाइन में कोरोना की एंटीजन जांच के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इसके बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यक्रम भी अचानक बदल दिए। माना जा रहा है कि पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद ही ऐसा किया गया।
दरअसल सीएम योगी को कोविड पर बीएचयू के केंद्रीय कार्यालय के सभागार में बैठक करके वापस हैलीपैड से पुलिस लाइन जाना था। पुलिस लाइन से सड़क मार्ग के जरिए सर्किट हाउस जाना था। लेकिन पुलिसकर्मियों के पॉजिटिव आने पर सीएम का कार्यक्रम बदल दिया गया और वह सीधे बीएचयू से ही सड़क मार्ग से सर्किट हाउस पहुंचे।
बीएचयू में दो मरीजों की मौत की घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। बीएचयू सेंट्रल ऑफिस में मीटिंग के दौरान सीएम ने सुसाइड को लेकर चर्चा की। बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर एसके माथुर के मुताबिक सीएम योगी इसे लापरवाही नहीं बल्कि हादसा मानते हैं। प्रोफेसर ने यह बात सीएम योगी के साथ हुई बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कही।
मीडिया से बातचीत के दौरान बीएचयू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि कोविड पर हुई बैठक में इस बात पर जोर दिया गया है कि हम विभिन्न संस्थानों को भी प्रशिक्षित करें। लोगों को भी प्रशिक्षित करें और अपनी सुविधाओं को भी अधिक से अधिक बढ़ाएं। क्रिटिकल केयर की सुविधाओं को और भी बढ़ाने की बात कही गई है।