नई दिल्ली। कानपुर केस में अपराधी विकास दुबे के लिए मुखबिरी करने के शक में SO विनय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। विनय तिवारी विकास दुबे के ही मामले में चौबेपुर थाने के एसओ पद से सस्पेंड चल रहे थे। बता दें कि जांच टीम को शक है कि विनय तिवारी ने ही विकास दुबे को इस बात की जानकारी दी थी कि रात में उसको पकड़ने के लिए टीम आने वाली है।
माना जा रहा है कि दबिश की सूचना पहले से ही पाकर अपराधी विकास ने पुलिस पर हमला करने की योेजना बनाई और आठ पुलिस वाले इस हमले में मारे गए। विनय तिवारी के साथ ही बीट प्रभारी केके शर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आईजी मोहित अग्रवाल और एसएसपी दिनेश कुमार पी ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। बता दें कि इन दोनों पर 120-बी तहत FIR दर्ज करके जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।
कानपुर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि विनय तिवारी और केके शर्मा ने ही पुलिस कार्रवाई की जानकारी पहले ही विकास दुबे को दे दी। सूचना मिल जाने पर उसने अपनी तैयारी कर ली और हमारी टीम पर हमला कर दिया, जिसमें अधिकारी समेत आठ पुलिसकर्मियों की जान चली गई। जांच के बाद हमने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। एसएसपी ने कहा कि कोई भी पुलिस के काम में बाधा डालेगा, चाहे वह पुलिस वाला ही क्यों न हो, हम कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे।
Former Station Officer of Chaubepur, Vinay Tiwari (pic 1) and Beat Incharge KK Sharma (pic 2) have been arrested. They were present during #KanpurEncounter but fled the site of incident during the operation: IG Kanpur Range Mohit Agarwal. #VikasDubey pic.twitter.com/0jPfHwIklB
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2020
गौरतलब है कि विनय तिवारी शुरू से ही इस मामले में शक के घेरे में था। वह उस टीम में सबसे पीछे चल रहा था जो विकास को पकड़ने गई थी। कहा तो यह भी जा रहा है विकास ने रास्ते में जसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोकने की कोशिश की थी। विनय उसी जेसीबी के पीछे छुपा था। घटना के बाद से ही विनय जांच एजेंसियों के रडार पर था। प्रारंभिक जांच के बाद से ही उसे सस्पेंड कर दिया गया था।