नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में आज सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी आम आदमी पार्टी के बीच एक बार फिर जुबानी जंग देखने को मिल सकती है। इसकी वजह सीएजी की 14 रिपोर्ट हैं। बीजेपी की सरकार की तरफ से दिल्ली विधानसभा के पटल पर सीएजी की ये सभी रिपोर्ट रखी जाएगी। बीजेपी का कहना है कि सीएजी रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार के वक्त हुए घोटालों का पूरा खुलासा होगा। बीजेपी के विधायकों ने ये भी कहा है कि जो भी सीएजी रिपोर्ट में दोषी बताया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। वहीं, दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने पद संभालने से पहले कहा था कि राजधानी की जनता का जिसने पैसा लूटा होगा, उसे वो वापस करना होगा।
दिल्ली सरकार के विभागों से जुड़े सीएजी रिपोर्ट को लेकर सियासत इसलिए भी गर्माई हुई है, क्योंकि बीजेपी ये दावा कर रही है कि इन रिपोर्ट में कथित शराब घोटाला और शीशमहल यानी 6 फ्लैग स्टाफ रोड के पूर्व सीएम आवास में अरविंद केजरीवाल के दौर में करोड़ों लगाकर की गई साज-सज्जा संबंधी विवरण होगा। सीएजी की ये रिपोर्ट कई साल की हैं। यहां तक कि दिल्ली विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट पेश न किए जाने पर तत्कालीन बीजेपी विधायकों ने दिल्ली हाईकोर्ट का भी रुख किया था। इस पर दिल्ली हाईकोर्ट ने तत्कालीन आम आदमी पार्टी की सरकार को जमकर फटकार लगाते हुए विधानसभा में सीएजी रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था।
दिल्ली विधानसभा में सीएजी की रिपोर्ट पेश किए जाने के बारे में पूर्व सीएम और अभी नेता विपक्ष आतिशी ने बीजेपी पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। आतिशी ने दो दिन पहले कहा था कि उन्होंने बंद लिफाफे में सीएजी की सभी रिपोर्ट दिल्ली विधानसभा के तत्कालीन अध्यक्ष को भेज दी थीं। आतिशी का कहना है कि बीजेपी ये दुष्प्रचार कर रही है कि सीएजी की रिपोर्ट वो दिल्ली विधानसभा के पटल पर रखने जा रही है। अब सबकी नजर इस पर है कि सीएजी रिपोर्ट पेश होने के बाद दिल्ली की सियासत गर्माती है या नहीं। क्योंकि अगर सीएजी रिपोर्ट में आम आदमी पार्टी की सरकार के दौर में गड़बड़ियां निकलती हैं, तो इससे आम आदमी पार्टी के साथ ही पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल की मुश्किलों में इजाफा हो सकता है।