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TMC Vs Centre: टीएमसी और केंद्र सरकार में छिड़ी नई जंग, बंगाल के सांसदों ने बदसलूकी का लगाया आरोप तो केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार

पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और बीजेपी की केंद्र सरकार के बीच मनरेगा की राशि न दिए जाने की जंग मंगलवार को बयानों की लड़ाई में तब्दील हो गई। क्या है पूरा वाकया ये आप इस खबर को पढ़कर जान सकते हैं।

Modi mamata

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी और बीजेपी की केंद्र सरकार के बीच मनरेगा की राशि न दिए जाने की जंग बयानों की लड़ाई में तब्दील हो गई। वाकया मंगलवार का है। दिल्ली पहुंचे टीएमसी के सांसदों ने ग्रामीण विकास राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मुलाकात का वक्त लिया और करीब 50 लोग कृषि भवन पहुंचे। यहां सिर्फ 5 लोगों को मंत्री निरंजन ज्योति से मिलने को कहा गया। टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी और सभी लोग इस पर कृषि भवन के भीतर धरने पर बैठ गए। काफी देर तक ऐसे ही हालात बने रहे, तो पुलिस ने सभी को वहां से हटाना शुरू किया। इस पर टीएमसी ने सांसदों और साथ आए लोगों से दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।

वहीं, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति का कहना है कि टीएमसी सांसदों ने मिलने का वक्त लिया। फिर तय विषयों से हट गए। साध्वी निरंजन ज्योति के मुताबिक टीएमसी के कार्यकर्ताओं को बंगाल की जनता बताकर मिलवाने की कोशिश थी और ये दफ्तर की व्यवस्था के खिलाफ था। साध्वी निरंजन ज्योति ने ट्विटर यानी एक्स पर लिखा कि इसी वजह से उनका ढाई घंटे समय खराब हुआ।

निरंजन ज्योति का बयान आने के बाद टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा ने उन पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए पलटवार किया।

दरअसल, टीएमसी लगातार केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है कि वो मनरेगा के तहत कराए गए काम का पैसा नहीं दे रही है। टीएमसी के सांसदों ने इसके विरोध में दिल्ली में मंगलवार को जंतर मंतर पर प्रदर्शन भी किया। उन्होंने केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मिलने का वक्त मांगा था, लेकिन गिरिराज की जगह साध्वी निरंजन ज्योति से मिलने की बात तय हुई। अब इस मुलाकात के मसले ने टीएमसी और केंद्र सरकार के बीच बयानों की नई जंग छेड़ दी है।

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