नई दिल्ली। कांग्रेस नेता गांधी को वायनाड या रायबरेली में कौन सी सीट छोड़नी है इस पर हर हाल में कल यानी मंगलवार तक फैसला लेना होगा। अगर राहुल गांधी कल तक इस इन दोनों सीटों में से किसी एक को नहीं छोड़ते हैं तो दोनों ही सीटों से हाथ धो बैठेंगे। चुनाव आयोग के नियमानुसार, दो सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अगर दोनों ही सीटों पर जीत जाते हैं तो परिणाम घोषित होने के 14 के अंदर उनको एक सीट से इस्तीफा देना होगा। तय समय सीमा के अंदर एक सीट नहीं छोड़ने पर दोनों ही सीटों को रिक्त मान लिया जाएगा। आपको बता दें कि 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम घोषित हुआ था जिसमें राहुल गांधी वायनाड और रायबरेली दोनों ही सीटों से विजयी हुए हैं अब रिजल्ट घोषित हुए कल 14 दिन हो जाएंगे, ऐसे में राहुल को कल तक हर हाल में फैसला लेना होगा।
गौरतलब है कि हाल ही में राहुल गांधी ने वायनाड की जनता को संबोधित करते हुए कहा था कि मेरे सामने अजीब धर्म संकट खड़ा हो गया है। मैं तय नहीं कर पा रहा हूं कि वायनाड सीट छोड़ूं या रायबरेली। उन्होंने कहा, वैसे तो मैं दोनों में से कोई भी सीट नहीं छोड़ना चाहता लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सकता। इस दौरान राहुल ने जनता से इतना वादा जरूर किया था कि मेरा जो भी फैसला होगा, उससे वायनाड और रायबरेली दोनों खुश होंगे। वैसे निश्चित तौर पर राहुल के लिए दोनों में से एक सीट चुनना कठिन है क्योंकि एक तरफ वायनाड की वो सीट है जिसने 2019 में राहुल की इज्जत बचाई जब वो अमेठी से हार गए थे और 2024 में दोबारा जीत दिलाई तो दूसरी तरफ गांधी परिवार की पारम्परिक सीट मानी जाने वाली रायबरेली की वो वीवीआईपी सीट है जिसको लेकर देशभर में चर्चा रही। वैसे कयास ये लगाए जा रहे हैं कि राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे और वायनाड से इस्तीफा देंगे।