नई दिल्ली। महाराष्ट्र में विपक्ष के महाविकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) से समाजवादी पार्टी ने किनारा कर लिया है। उद्धव ठाकरे की पार्टी के नेता मिलिंद नार्वेकर ने 6 दिसंबर को सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, बाबरी मस्जिद विध्वंस करने वालों को बधाई, इसी बात से नाराज होकर सपा के महाराष्ट्र प्रमुख अबू आजमी ने महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया। उन्होंने कहा, हम गम मना रहे हैं, वो खुशी का इजहार कर रहे हैं। अबू आजमी ने कहा कि इस मामले में मैंने अपने नेता अखिलेश यादव से अभी बात नहीं की है लेकिन मुझे विश्वास है वो मेरे फैसले से सहमत होंगे।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>SP leader Abu Azmi distances from MVA's 'oath boycott' stand, takes oath.<br><br>If the MVA leaders decided not to take the oath, they should have talked to us. They didn’t…: <a href=”https://twitter.com/abuasimazmi?ref_src=twsrc%5Etfw”>@abuasimazmi</a> speaks to <a href=”https://twitter.com/Nilesh_isme?ref_src=twsrc%5Etfw”>@Nilesh_isme</a> <a href=”https://t.co/4c1CaKkTcL”>pic.twitter.com/4c1CaKkTcL</a></p>— TIMES NOW (@TimesNow) <a href=”https://twitter.com/TimesNow/status/1865333166690460094?ref_src=twsrc%5Etfw”>December 7, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
अबू आजमी ने कहा कि हिंदुत्व के मुद्दे पर चलना और बाबरी मस्जिद विध्वंस वालों को बधाई देना समाजवादी पार्टी के एजेंडे में नहीं है। उन्होंने कहा कि जब उद्धव ठाकरे महाविकास अघाड़ी गठबंधन में शामिल हुए थे तब उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की बात न करके अब आगे से सेक्युलर बात करें लेकिन हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के बाद उद्धव अपनी बात से पलट गए। उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि वो और उनकी पार्टी अभी भी हिंदुत्व मुद्दे पर कायम है।
इसके साथ ही अबू आजमी ने यह भी आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव से पहले और आज विधानसभा के विशेष सत्र में जो घटनाक्रम हुआ महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने कभी भी हमसे किसी प्रकार की कोई बातचीत नहीं की। अगर महाविकास अघाड़ी विधायकों को आज शपथ नहीं लेनी थी और वॉकआउट करना था तो एक बार मुझे भी इस फैसले के बारे में अवगत कराना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। लिहाजा हम महाविकास अघाड़ी गठबंधन से अलग हो रहे हैं। महाराष्ट्र में सपा के दो विधायक हैं। आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के विधायकों ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए शपथ ग्रहण करने से इनकार कर दिया और सदन से बाहर चले गए थे।