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UP Election: ये क्या बोल गईं प्रियंका गांधी, टॉयलेट और गैस सिलेंडर से नहीं होती हैं महिलाएं सशक्त, मोदी सरकार पर साधा निशाना

प्रियंका गांधी

नई दिल्ली। अपनी चरमराई स्थिति को दुरूस्त करने में जुटी पश्चिमी उत्तर प्रदेश से कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मोदी सरकार पर निशाना साधने के चक्कर में खुद ही मुसीबत में फंस गईं। प्रियंका गांधी की मानें तो कल तक चुल्हे के धुंए के बीच घुटती महिलाओं को महज एलपीजी सिलेंडर दे देने से महिलाएं सशक्त नहीं होती हैं। प्रियंका गांधी की मानें तो कल तक खुले में शौच करने को मजबूर महिलाओं के लिए महज शौचालय बनवा देने से उनका विकास नहीं हो जाता है। यह विचार हैं। हमारे नहीं, बल्कि कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की, जो खुद एक महिला हैं, जो खुद महिलाओं को सशक्त करने की जुगत में मसरूफ रहतीं हैं, जो खुद महिलाओं की नौका पर सवार होकर इस सियासी बदहाली की दरिया को पार करने में जुटी हुईं हैं। लेकिन अब उन्हें इसमें कितनी कामयाबी मिलेगी यह तो फिलहाल भविष्य के गर्भ में छुपा है, लेकिन बीते रविवार को सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली दौरे के दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधने की अतिश्योक्ति में जो कह दिया है, उसे लेकर अब उन्हें आड़े हाथों लिया जाना लाजिमी है।

उन्होंने मोदी सरकार की कार्यशैली पर प्रहार करते हुए कहा कि  इन लोगों ने महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में एक पैसे का काम नहीं किया है। महज सियासत करी है। वो भी मजहब के नाम पर। समाज को बांटने का काम किया है। इन लोगों को विकास से जुड़े मसलों से कोई सरोकार नहीं है। ये लोग मजहब के नाम पर सियासत करने का शगल रखते हैं। रायबरेली दौरे के दौरान मीडियाकर्मियों से मुखातिब होने के क्रम में अपने भाई राहुल गांधी के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि वो बिल्कुल ठीक कहते हैं कि हिंदू और हिंदुत्व में बहुत फर्क है।

हिंदू धर्म हमें भाईचारे का पाठ पढ़ाता है। नफरत का नहीं। हिंदू धर्म हमें प्रेम करना सिखाता है, लेकिन आरएसएस और बीजेपी वाले धर्म के नाम पर समाज को विभाजित करने का काम करते हैं। समाज को बांटने का काम करते हैं। अब हमें ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है। गौरतलब है कि प्रियंका ने उक्त बयान बीजेपी पर निशाना साधने के क्रम में दिया है।

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