नई दिल्ली। तमिलनाडु में हिंदी भाषा के विरोध के बीच अब स्टालिन के मंत्री ने हिंदी भाषियों पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। तमिलनाडु की डीएमके सरकार में जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने उत्तर भारतीयों को लेकर कहा है कि उनके पास बच्चे पैदा करने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं है। वो यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि हर एक ने हर 17, 18 या उससे भी अधिक संख्या में बच्चे पैदा किए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने यूपी-बिहार वालों पर गंदगी से रहने और दिन में एक बार भी नहीं नहाने का आरोप लगाया।
न्यूज 18 ने न्यू इंडियन एक्सप्रेस के हवाले से बताया है कि तमिलनाडु के गुडियाट्टम में केंद्र सरकार की शिक्षा नीति का विरोध करते हुए मंत्री दुरईमुरुगन ने कहा कि पहले, ‘हम दो, हमारे दो’, उसके बाद नया नारा आया, ‘हम दो, हमारा एक’ और अब क्या?’ दुरईमुरुगन ने कहा, हमने इसका पालन किया लेकिन उत्तर भारतीयों का क्या, उनके ऊपर कोई नियम लागू नहीं होता। उनके पास बच्चे पैदा करने के सिवा कोई काम नहीं है, हर एक के 17-18 तक बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्य हैं, जिन्होंने 1971 से केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए परिवार नियोजन उपायों को सफलतापूर्वक लागू किया है।
यही नहीं उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, अगर कोई हमें असभ्य कहेगा तो एक तमिल बहस नहीं करेगा, वह जीभ काट देगा। आपको बता दें कि केंद्र सरकार और तमिलनाडु की राज्य सरकार के बीच पिछले कुछ समय से तल्खी चल रही है जो दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री एम के स्टालिन केंद्र सरकार पर दक्षिण भारतीय राज्यों में जबर्दस्ती हिंदी भाषा को थोपने का आरोप लगा रहे हैं। इतना ही नहीं तमिल सरकार ने तो अपने राज्य के बजट से रुपए के नेशनल सिंबल ‘₹’ को ही बदल दिया। उसकी जगह Ru का इस्तेमाल किया। इसको लेकर बीजेपी डीएमके पर हमलावर है।