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Maharashtra: पत्नी, 83 लाख और करीबी, इस तरह ED के जाल में फंसे शिवसेना के बड़बोले नेता संजय राउत

Sanjay Raut

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ED ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए शिवसेना के बड़बोले सांसद और सामना अखबार के संपादक संजय राउत की कई प्रॉपर्टी मनी लॉन्ड्रिंग केस में जब्त की थी। ये कार्रवाई पात्रा चॉल मामले में की गई। ईडी के मुताबिक ये चॉल महाराष्ट्र हाउसिंग एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी MHADA की 47 एकड़ जमीन पर बनी है। इसमें 672 किराएदार रहते थे। संजय राउत पर कार्रवाई की वजह दरअसल ये है कि उनकी पत्नी को इस मामले में लाखों रुपए मिले। हालांकि, संजय राउत कह रहे हैं कि वो इस मामले का डटकर मुकाबला करेंगे, लेकिन हकीकत में वो इस मामले में घिर गए हैं।

अब हम आपको बताते हैं कि आखिर पात्रा चॉल का मामला है क्या। ईडी के मुताबिक संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत की कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को पात्रा चॉल के री-डेवलपमेंट का काम मिला था। कंपनी ने इसके लिए सभी किराएदारों और महाडा से समझौता किया था। इसके बाद हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड HDIL के राकेश कुमार वाधवां, सारंग वाधवां और प्रवीण की कंपनी के डायरेक्टर्स ने अतिरिक्त फ्लोर स्पेस इंडेक्स FSI अन्य बिल्डरों को 1034 करोड़ में बेच दिया। एफएसआई वो एरिया है, जिसमें कंस्ट्रक्शन हो सकता है। किराएदारों को फ्लैट दिए बगैर ऐसा हुआ। ईडी के मुताबिक प्रवीण की कंपनी ने HDIL के वाधवां से मिलकर 1000 करोड़ का घोटाला किया।

जांच एजेंसी के मुताबिक 2010 में प्रवीण के बैंक खाते में 95 करोड़ आए। इसे शेयर बेचने औऱ जमीन सौदे की आय बताया, लेकिन ऐसी कोई आय नहीं हुई थी। ईडी के मुताबिक ये रकम मनी लॉन्ड्रिंग से आई। पैसा HDIL से ट्रांसफर हुआ। प्रवीण ने ये रकम अपने साथियों, रिश्तेदारों और बिजनेस पार्टनर्स को दी। संजय राउत की पत्नी वर्षा भी इन्हीं में थीं। वर्षा राउत को प्रवीण ने 83 लाख रुपए दिए। इससे वर्षा ने दादर में फ्लैट खरीदा और जब जांच शुरू हुई, तो प्रवीण को 55 लाख की रकम वापस कर दी। इसके अलावा संजय राउत के एक और करीबी सुजीत पाटकर की पत्नी स्वप्ना और वर्षा राउत के नाम पर हिम बीच में 8 प्लॉट भी खरीदे गए। इसके लिए कैश में भी पेमेंट किया गया। प्रवीण इस मामले में जेल में है।

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