नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश में तवांग सीमा पर भारतीय और चीन के सैनिकों में हुई झड़प के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को 2005-06 और 2006-07 के वित्तीय वर्ष में चीनी दूतावास से 1 करोड़ 35 लाख रुपए का अनुदान प्राप्त हुआ था, जो कानून और उसकी मर्यादाओं के अनुरूप नहीं था इसलिए गृह मंत्रालय ने फाउंडेशन का एफसीआरए (विदेशी अनुदान नियमन कानून) पंजीकरण रद्द किया। इसके साथ ही अमित शाह ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले फाउंडेशन को इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) के संस्थापक जाकिर नाइक से 50 लाख रुपये मिले। आईआरएफ को सरकार ने आतंकवाद में कथित संलिप्तता के लिए बैन कर दिया था।
राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) की स्थापना 21 जून, 1991 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपने को साकार करने के लिए की गई थी। श्री गांधी ने एक आधुनिक, धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील भारत का सपना देखा था; एक ऐसा देश जो समानता के लोकतांत्रिक सिद्धांत को स्थापित करता है और समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं के साथ प्रगति का मिश्रण करता है। उन्होंने पूर्वाग्रह से मुक्त शिक्षित लोगों वाले देश की कल्पना की; जहां महिलाएं समान रूप से भाग लेती हैं; सभी नागरिकों और विशेष रूप से वंचितों को सशक्त बनाने के लिए जगह और इच्छाशक्ति वाला राष्ट्र।
(नोट- उपरोक्त डाटा राजीव गांधी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट से लिया गया है)