नई दिल्ली। औरंगजेब और उसकी कब्र को लेकर मचे विवाद पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की राय भी सामने आई है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर का कहना है कि औरंगजेब प्रासंगिक नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार हिंसा समाज के लिए अच्छी नहीं है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की 3 दिवसीय बैठक 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरु में आयोजित होनी है। इसी बैठक के संबंध में जानकारी देने के लिए सुनील आंबेकर ने प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही।
दरअसल एक पत्रकार ने उनसे सवाल किया था कि क्या औरंगजेब अब भी प्रासंगिक है, जिसे लेकर विवाद मचा हुआ है और हाल ही में नागपुर में हिंसा हुई है। नागपुर हिंसा पर उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है जो भी दोषी होगा उससे सजा मिलेगी। सुनील आंबेकर से जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 30 नवम्बर को होने वाले नागपुर दौरे पर सवाल किया गया तो इसके जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का स्वागत है। संघ की 3 दिवसीय बैठक के बारे में जानकारी देते हुए आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख ने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से दो प्रस्ताव अनुमोदन के लिए रखे जाऐंगे। पहला प्रस्ताव संघ के 100 वर्ष पूरे होने पर आगामी योजनाओं के विषय में होगा जबकि दूसरा प्रस्ताव बांग्लादेश के बारे में होगा।
इस बैठक में देश भर से संघ प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंचेंगे तथा संघ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी इसमें शामिल होंगे। आंबेकर ने बताया कि इस साल विजयादशमी को संघ के 100 साल पूरे हो रहे हैं। विजयादशमी 2025 से 2026 तक पूरे साल को शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान जो भी कार्यक्रम आयोजित होंगे, उनकी क्या रूपरेखा होगी उस पर बैठक में चर्चा की जाएगी और जो भी निर्णय होगा बैठक के बाद उसके संबंध में जानकारी दी जाएगी।