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Dheeraj Sahu: कांग्रेस नेता धीरज साहू के घर मिला नोटों का अथाह कुंड, तो BJP ने कांग्रेस की लगाई जमकर क्लास, जानें किसने क्या कहा?

Dheeraj Sahu: आपको बता दें कि आयकर विभाग के कारिंदों को नोटों के अंबार के अलावा ज्वेलर्स भी बरामद हुए हैं। साहू के कानपुर स्थित ज्वेलर्स शॉप पर भी आईटी विभाग ने छापेमारी की है। वहीं, साहू के आवास से मिले नोटों के अथाह कुंड का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि आईटी विभाग को इसे गिनने के लिए अतिरिक्त मशीनें भी मंगानी पड़ी।

नई दिल्ली। जरा सोचिए, क्या आपको यह जानकर हैरानी नहीं होती है कि जो पार्टी दिन-रात भ्रष्टाचार के विरुद्ध उद्वेलित रहती है, आज उसी पार्टी के नेता के ठिकानों से नोटों की गंगोत्री बह रही है। ताज्जुब होता है, यह जानकर कि आखिर जिस नेता ने चुनाव आयोग में दाखिल किए हलफनामे में अपने पास महज 24 लाख रुपए होने की बात कही थी…आज आखिर उसके पास 300 करोड़ रूपए कहां से आ गए ? ये तो यकीनन विवेचना या यूं कहें कि तफ्तीश का विषय है और हां…ज़रा ठहरिए। 300 करोड़ रुपए हालिया जानकारी के मुताबिक, आपको यह जानकर और ज्यादा हैरानी हो सकती है कि आईटी की रेड अभी खत्म नहीं हुई है। मशीनें जहां नोटों को गिनने में मुसलसल मसरूफ है, तो वहीं अधिकारी पसीने तरबतर होकर बस इंतजार कर रहे हैं कि कब नोटों की गिनती खत्म हो कि वो अपने घर जाए। अब तक 300 करोड़ तक होने की जानकारी सामने आई है, लेकिन यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। हालांकि, आयकर विभाग इस बारे में मीडिया के समक्ष किसी भी प्रकार की टिप्पणी करने से गुरेज कर रहे हैं। खैर, आयकर विभाग के अधिकारी बेशक कुछ भी कहने से गुरेज करें, लेकिन सियासी गलियारों में कानाफूसी शुरू हो चुकी है।

अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद सोच रहे होंगे कि ये लंबी-चौड़ी भूमिका आप किस संदर्भ में और किस नेता के बारे में बना रहे हैं, तो अगर आपने आज सुबह का अखबार पढ़ा हो, तो आप अब तक समझ ही गए होंगे कि हम किसके बारे में बात कर रहे हैं। जी हां…बिल्कुल ठीक पहचाना आपने। हम झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के बारे में बात कर रहे हैं। जिनके यहां अभी आईटी की छापेमारी जारी है। 300 करोड़ रुपए बरामद हो चुके हैं। बाकी अंतिम रकम क्या निकलकर सामने आती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। उधऱ, साहू साहब चुप्पी साधे हुए हैं। जनाब कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे हैं। लेकिन उनकी चुप्पी ने दिल्ली में बैठे कांग्रेस नेताओं की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वो भी ऐसे वक्त में जब कुछ माह लोकसभा चुनाव होने हैं। लिहाजा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने झारखंड कांग्रेस कमेटी से इस संदर्भ में जांच रिपोर्ट मांगी है।

उधर, आपको बता दें कि आयकर विभाग के कारिंदों को नोटों के अंबार के अलावा ज्वेलर्स भी बरामद हुए हैं। साहू के कानपुर स्थित ज्वेलर्स शॉप पर भी आईटी विभाग ने छापेमारी की है। वहीं, साहू के आवास से मिले नोटों के अथाह कुंड का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि आईटी विभाग को इसे गिनने के लिए अतिरिक्त मशीनें भी मंगानी पड़ी। इन नोटों को देख अधिकारियों के खुद होश फाख्ता हो गए। लगा जैसे कि किसी नेता के घर नहीं, बल्कि नोट बनाने वाली फैक्ट्री में आए, लेकिन जो भी हो, यह मसला काफी संजीदा है। ऐसे में अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले आयकर विभाग द्वारा क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि बीजेपी इस पूरे मसले को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हो चुकी है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि इस पर किसने क्या कहा?

पीएम नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ‘ देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के ‘भाषणों’ को सुनें… जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।

गृह मंत्री अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, ‘ मैं देश की जनता को विश्वास दिलाना चाहता हूं. भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा. वो कितना भी बड़ा व्यक्ति है वो उसको दंड मिलेगा।’

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी

वहीं, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि, ‘ भ्रष्टाचारियों पर करवाई होगी जो भी भ्रष्टाचार करेगा उसपर एजेंसियां कार्यवाई करेंगी।’

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

मोहब्बत की दुकान पर भ्रष्टाचार का कारोबार चल रहा है.

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे

जो रेड पिछले 3 दिन से चल रही है उसमें 290 करोड़ रुपए की गिनती हो चुकी थी 8 लॉकर खुलना बाकी हैं। 10 कमरे खुलने बाकी हैं। ये संख्या अगर 500 करोड़ तक चली जाए तो आश्चर्य नहीं होगा। संपत्ति भी हजारों करोड़ की होगी। कांग्रेस ने पूरे देश के अर्थतंत्र को खोखला बना दिया है। ये पैसा एक आदमी का नहीं होगा। ये कांग्रेस का पैसा हो सकता है।

छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव

पैसे मिले हैं तो जांच का विषय है। पैसे कहां से आए किसके हैं। जांच हो कार्रवाई हो।

 

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