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Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी को बनाया गया प्रोटेम स्पीकर, तो मचा बवाल, टी राजा ने जताई आपत्ति, कहा- जब तक मैं…!

नई दिल्ली। तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अकबरुद्दीन ओवैसी को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है, जिस पर टी राजा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा कि मैं जब तक जिंदा हूं, तब तक मैं अकबरुद्दीन ओवैसी के प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने का विरोध करता रहूंगा और चाहे कुछ भी हो जाए, मैं असदुद्दीन ओवैसी के सामने शपथ नहीं लूंगा। टी राजा ने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार ने आदेश निकाला है कि सभी विधायक ओवैसी के सामने शपथ लेंगे। लिहाजा मैं एक बात दोहराना चाहता हूं कि एआईएमआईएम के विधायक असदुद्दीन ओवैसी के सामने कभी-भी शपथ नहीं लूंगा। कांग्रेस सरकार ने ऐसा जानबूझकर किया है। लेकिन मैं इसे मानने के लिए कभी-भी बाध्य नहीं होऊंगा। टी राजा ने आगे कहा कि इससे पहले साल 2018 में भी ओवैसी की पार्टी के विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था, जिसका मैंने विरोध किया था।

वहीं, टी राजा ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि बीजेपी विधायक किसी भी कीमत पर शपथ नहीं लेंगे। सरकारी जमीन पर उनका कब्जा है। उन्होंने ओवैसी की पार्टी की ओर से इशारा करते हुए कहा कि ये लोग तेलंगाना में रहकर हिंदुओं को मारने की बात कहते हैं। एआईएमआईएम और बीजेपी एक ही है। ये दोनों ही दल एक-दूसरे के लिए बैंटिंग करते हैं। हालांकि, विधानसभा में कई वरिष्ठ विधायक हैं। सरकार जिसे चाहती, उसे प्रोटेम स्पीकर बना सकती थी, लेकिन जानबूझकर अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया, तो बेवजह विवाद पैदा किया जा सकें। आइए, आगे आपको बताते हैं कि आखिर प्रोटेम स्पीकर का क्या काम होता है?

संविधान के मुताबिक, किसी भी नवगठित विधानसभा में सरकार की ओर से प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति की जाती है, जो कि नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाते हैं। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर की अगुवाई में विधानसभा स्पीकर का चुनाव होता है। बता दें कि विधानसभा स्पीकर विधायकों में से ही किसी एक को चुना जाता है। बहरहाल, अब देखना होगा कि आगामी दिनों में तेलंगाना विधानसभा का स्पीकर किसे चुना जाता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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