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Senthil Kumar: सेंथिल कुमार ने हिंदी सूबों को बताया गौमूत्र, तो भड़के नेताओं ने की माफी की मांग

नई दिल्ली। देश के तीन बड़े हिंदी सूबों में बीजेपी को मिली बंपर जीत से बौखलाए डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हिंदी राज्यों को गौमूत्र की संज्ञा दे दी। उन्होंने बिना कोई भूमिका रचाए दो टूक कह दिया कि बीजेपी महज गौमूत्र जैसे हिंदी राज्यों में ही जीत का परचम लहरा सकती है ना कि दक्षिण के सूबों में। आपको बता दें कि हाल ही में घोषित किए गए चुनावी नतीजों में बीजेपी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में बंपर जीत हासिल की है, तो वहीं कांग्रेस तेलंगाना में जीत का दुर्ग स्थापित करने में सफल रही है। इसके अलावा मिजोरम में जेडपीएम ने जीत हासिल की है। वहां आज विधायक दल की बैठक भी होगी जिसमें सरकार बनाने की दिशा में रूपरेखा तैयार की जाएगी, लेकिन उससे पहले जिस तरह से संसद में डीएमके सांसद सेंथिल कुमार ने विवादास्पद टिप्पणी की है, उसे लेकर चौतरफा बवाल मचा हुआ है। सेंथिल कुमार के इस बयान पर अधिर रंजन चौधरी से लेकर पी चिदंबरम तक ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर उनसे माफी की मांग की है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि सेंथिल कुमार के इस विवादित बयान पर किसने क्या कहा है ?

लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सेंथिल कुमार के इस बयान पर आपत्ति जताई जिसमें उन्होंने कहा कि गाय हमारी माता होती है, लिहाजा माता के संदर्भ में दिया गया इस तरह का बयान अक्षम्य है। वहीं, बीजेपी नेत्री मिनाक्षी लेखी ने कहा कि ‘ सनातनी परंपरा का बहुत बड़ा निरादर है। उन्होंने कहा कि सनातनी परंपरा और सनातनियों का इस तरह का अपमान देश बर्दाश्त नहीं करेगा। लेखी ने आगे कहा कि सेंथिल कुमार हो या फिर कोई, जो कोई भी सनातनी परंपरा का मजाक उड़ाएगा। देश की जनता उसे मुंहतोड़ जवाब देगी।

 

 

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके पी चिदंबरम ने भी सेंथिल कुमार के बयान को गलत बताकर उनसे माफी की मांग की है। वहीं, बीजेपी सांसद जगनाथ सरदार ने कहा कि बीजेपी को पूरा देश स्वीकार कर रहा है और जो कोई भी इस तरह का बयान दे रहा है, उसे कुछ ज्ञान नहीं है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में ये देखना दिलचस्प रहेगा कि डीएमके सांसद अपने द्वारा दिए गए उलजुलूल बयान पर माफी मांगते की नहीं है ? लेकिन , आपको बता दें कि यह कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब डीएमके की ओर से किसी नेता ने सनातन धर्म पर इस तरह की विवादित टिप्पणी की हो, बल्कि इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने भी एक कार्यक्रम को संबोधित करने के क्रम में सनातन को डेंगू, मलेरिया, कोरोना और एचआईवी बताया था। जिसके बाद उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। इतना ही नहीं, देशभर में उनके इस बयान को लेकर बड़ी संख्या में सनातनियों ने अपना आक्रोश जाहिर किया था, लेकिन इन सबके बीच सीएम एमके स्टालिन ने अपने बेटे का बचाव किया था।

जानिए सभी चुनावों सूबों का प्रदर्शन

वहीं, अगर विभिन्न चुनावी सूबों के प्रदर्शन की बात करें, तो बीजेपी ने सबसे बड़ी जीत मध्य प्रदेश में हासिल की है। बता दें कि पार्टी ने प्रदेश की 230 में से 163 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने 66 । उधर, राजस्थान में भी बीजेपी ने अच्छी वापसी की है। पार्टी ने सूबे की 199 में से 115 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने 69। उधर, छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने 54 सीटों पर जीत हासिल की है।

लोकसभा चुनाव के लिहाज से कितने अहम हैं ये नतीजे ?

उधर, सियासी गलियारों में देश के तीन बड़े हिंदी सूबों में मिली जीत को बीजेपी के लिए शुभ संकेत के रूप में रेखांकित किया जा रहा है, जिसका उल्लेख खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजधानी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के दौरान किया था।

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