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Mahant Balak Das’s Challenge To DMK Minister : तमिलनाडु के मंत्री ने भगवान राम के अस्तित्व पर उठाए सवाल तो भड़के महंत बालक दास ने दिया चैलेंज, बीजेपी ने भी साधा निशाना

नई दिल्ली। तमिलनाडु की डीएमके सरकार में परिवहन मंत्री एस.एस. शिवशंकर ने भगवान राम को लेकर एक बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उन्होंने भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि राम से जुड़ा कोई भी ऐतिहासिक साक्ष्य नहीं है जिससे यह साबित हो कि वास्तव में उनका अस्तित्व रहा है। अब तमिलनाडु के मंत्री के इस बयान पर संत समाज और बीजेपी ने कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए पलटवार किया है।

पातालपुरी के पीठाधीश्वर महंत बालक दास ने तमिलनाडु के मंत्री पर बरसते हुए कहा, ये मंत्री-संत्री इनको इतिहास, भूगोल और धर्म के बारे में कुछ नहीं पता है। अगर इनकी माई ने दूध पिलाया हो तो एक बार अल्लाह और मौलवियों के बारे में बोलिए, बुद्धि ठीक हो जाएगी। धड़ से सिर कलम करने की बात तुरंत शुरू हो जाएगी। हिंदू जनमानस शांति प्रिय है, कुछ कहना नहीं चाहता वरना अब तक इनका मंत्री पर खतरे में आ चुका होता। दूसरे धर्म का मामला होता तो अब तक बड़ी संख्या में लोग मोमबत्तियां लेकर सड़कों पर आ चुके होते। बड़ी संख्या में लोग तलवारें लेकर बाहर निकल गए होते। आज कोई भी सनातन धर्म को लेकर ऊल-जलूल टिप्पणी कर रहा है, हमारे देवी-देवताओं के अस्तित्व पर सवाल उठा रहा है, मुझे लगता है कि अब समय आ गया है जब ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाए।

महंत बालक दास ने कहा कि ऐसे नेताओं जहां भी इनको राजनीतिक रोटी सेकनी होती है ये लोग किसी के भी खिलाफ कुछ भी बोल देते हैं। इन लोगों की मूर्खता की पराकाष्ठा चरम पर आ चुकी है। ये कहने को मंत्री हैं इनको बाल्मिकी रामायण या तुलसीदास की रामचरित मानस के बारे में नहीं पता। उधर, तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने सोशल मीडिया पर लिखा, पिछले सप्ताह ही डीएमके के कानून मंत्री थिरु रघुपति ने घोषणा की थी कि भगवान श्री राम सामाजिक न्याय के सर्वोच्च चैंपियन, धर्मनिरपेक्षता के अग्रदूत और सभी के लिए समानता की घोषणा करने वाले व्यक्ति थे। अब उनकी ही सरकार के दूसरे मंत्री इस तरह का बयान दे रहे हैं, इसका क्या मतलब निकाला जाए।

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