नई दिल्ली। लैंड फॉर जॉब मामले में आरोपी तेजस्वी यादव से ईडी ने आठ घंटे तक लगातार पूछताछ की। 12 अधिकारियों की मौजूदगी में तेजस्वी से एक या दो नहीं, बल्कि 60 सवाल किए गए। तेजस्वी से राजधानी पटना स्थित ईडी दफ्तर पर पूछताछ हुई। सुबह करीब 11 बजकर 45 मिनट पर तेजस्वी पूछताछ के बाबत ईडी दफ्तर पहुंचे। वहीं, पूछताछ के बाद बाहर आए तेजस्वी को मीडियाकर्मियों ने घेर कर उन पर सवालों की बरसात कर दी, लेकिन वो किसी भी सवाल का जवाब दिए बगैर वहां से रवाना हो गए।
Soldiers taking selfie with Tejashwi Yadav coming out of ED office. The government is formed by someone but someone else is emerging as the hero.
#TejasviYadav #NitishKumar @yadavtejashwi @RJDforIndia ❤️ 🔥 pic.twitter.com/ND7nE3fUIK— Thakur Saharan🇮🇳 (@VillageFarmer04) January 30, 2024
सनद रहे कि इससे पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से ईडी ने उक्त मामले में पूछताछ की थी। उनके पुत्र की तर्ज पर उनसे भी ईडी ने 60 सवाल किए थे। लालू यादव से आठ घंटे तक इस मामले में पूछताछ हुई। इस दौरान ईडी दफ्तर के बाहर मीसा भारती, राबड़ी देवी सहित राजद के अनेकों कार्यकर्ता मौजूद रहे। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरूपयोग का आरोप लगाया। वहीं कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार लालू परिवार को जांच एजेंसियों के दम पर परेशान करने की कोशिश कर रही है। उधर, मीसा भारती ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हम लोग घबरा नहीं रहे हैं। आपको जितने भी सवाल करने हैं। आप कर सकते हैं। मेरा भाई तेजस्वी आपके हर सवाल का जवाब देगा। मेरे पिता लालू प्रसाद यादव से लगातार आठ घंटे पूछताछ हुई। एक बेटी होने के नाते मुझे तकलीफ हुई, क्योंकि वो मेरे पिता हैं और बुजुर्ग भी हैं, लेकिन हम किसी से भी डरने वाले नहीं हैं। हम हर राजनीतिक प्रपंचों का जवाब देंगे। आइए, आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
ED दफ़्तर के बाहर तेजस्वी ने ऐसे हिलाया हाथ
दंग रह गए सब#TejashwiYadav #BiharNews pic.twitter.com/7cvTb1cRwQ— Simab Akhtar سیماب اختر (@simabakhtar2) January 30, 2024
दरअसल, यह पूरा मामला तब का है, जब लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री हुआ करते थे। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैध तरीके से अभ्यर्थियों को उनकी जमीन लेकर रेलवे के ग्रुप डी विभाग में नौकरी दिलवाई थी, जबकि रेलवे की ओर से नौकरी के संदर्भ में किसी भी प्रकार का आवेदन जारी नहीं किया गया था। बहरहाल, अब इस पूरे मामले को लेकर लालू परिवार पर शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।