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Rajasthan: राजस्थान में कार पार्किंग पर विवाद हुआ तो सद्दाम ने साथियों संग पड़ोसी के घर में किया धारदार हथियार से हमला

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नई दिल्ली। कल शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश के विभिन्न हिस्सों के शहरों में बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के पहले टीवी डिबेट में दिए गए बयान पर जमकर आक्रोश,पथराव एवं तोड़फोड़ देखने को मिला। फ़िलहाल, हिन्दू-मुस्लिम धर्मों के लोगों से शांति एवं आपसी भाईचारे की अपील की जा रही है, लेकिन कोटा राजस्थान के छांवनी इलाके में रहने वाले सद्दाम ने अपने साथियो संग कल उसी के पडोसी युवक लोकेन्द्र जाटव के घर में घुसकर रात्रि 10 बजे के लगभग धारदार हथियार तथा लोहे की रोड़ से लोकेन्द्र एवं घर में उपस्थित महिला पर छोटे से विवाद की वजह से हमला कर इस शांति की अपील को ठेंगा दिखा दिया। जहां देश पहले ही सांप्रदायिक तनाव से झुलस रहा है, उसमें दलित युवक के ऊपर हुआ यह हमला लोगों में और आक्रोश भर सकता है। सद्दाम तथा उसके साथियों पर पुलिस को दी गयी शिकायत में न सिर्फ हमले करने का आरोप है, बल्कि घर की महिलाओं की लज्जा भंग करना एवं पीड़ित दलित युवक के साथ परिवार को भी जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने का जिक्र भी किया गया है। इस हमले में लोकेन्द्र को आंख एवं गर्दन पर चोटें आई हैं। हमले के बाद लोकेन्द्र ने गुमानपुरा पुलिस थाने में मामला दर्ज करवा दिया है। पुलिस ने सद्दाम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 323,341,452,354,506,34, एवं एस.सी-एस.टी एक्ट-1989 में भी मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीड़ित लोकेन्द्र ने पुलिस शिकायत में बताया कि सद्दाम व इसके अन्‍य तीन साथी कार लेकर उसके घर के सामने आए तथा उन्‍होने गेट के सामने कार खड़ी की। पीड़ित ने उनको कार घर के गेट के सामने खड़ी नहीं करने के लिए मना किया और इसी बात पर कहासुनी हो गयी। इसके बाद आरोपी सद्दाम व उसके साथियों ने कार मे से धारदार हथियार व लोहे की रॉड निकाल ली एवं घर के मेन गेट पर वार करते हुए घर के अंदर घुस गए। उन्होंने पीड़ित व घर की महिला के साथ धारदार हथियार से मारपीट कर, महिलाओं की लज्‍जा भंग की और पीड़ित संग परिवार को जान से मारने की धमकी दी। आरोपी सद्दाम ने पीड़ित एवं उसके परिवार को जातिसूचक शब्‍दों से संबोधित किया।

पीड़ित एवं शिकायत कर्त्ता लोकेन्द्र ने कहा कि कल रात्री को कार पार्किंग को लेकर छोटा सा विवाद था, जिस पर पडोसी सद्दाम एवं उसके साथियों ने गाली-गलौज करते हुए पुरे परिवार पर हमला बोल दिया। यह ताज्जुब की बात है कि जब विवाद हुआ, तो सद्दाम के घर से अधेड़ उम्र की महिला निकल कर आरोपियों को शांत करवाने की बजाय बेस बॉल का डंडा देकर हमला करने के लिए ओर उकसा रही थी। सद्दाम पड़ोस में किरायेदार हैं। उक्त हमले के बाद से घर वाले डरे हुए है। हमारे आस पास पुरे मुस्लिम धर्म के लोग रहते हैं। सद्दाम आपराधिक प्रवृत्ति का है।”

जांच अधिकारी उपाधीक्षक अंकित जैन ने आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं दिया और मामले में अनुसंधान जारी रहना बताया। दलित युवक पर हुए हमले को लेकर बजरंग दल के सह प्रांत संयोजक योगेश रेनवाल ने चिंता व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय की मांग की है। उनका कहना है कि “इस जघन्य हमले ने “मीम-भीम” के नारे की पोल खोल दी है। राजनैतिक लाभ के लिए ऐसे झूठे नारों की आड़ में ही हिन्दू समाज के पराक्रमी दलित समुदाय को हिंसा का शिकार बनाया जाता रहा है। हमारे अनुसूचित जाति व जन-जाति लोगों को इनसे भ्रमित ना होकर, अत्यंत सावधान रहने की आवश्यकता है। पीड़ित दलित परिवार की सुरक्षा,क्षतिपूर्ति साथ आक्रमणकारियों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही सुनिश्चित होने तक हिन्दू समाज चुप नहीं बैठेगा।

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