नई दिल्ली। हरियाणा की बीजेपी सरकार पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाकर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल घिर गए हैं। एक तरफ जहां हरियाणा सरकार ने सोनीपत सीजेएम कोर्ट में उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है तो वहीं दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने भी अरविंद केजरीवाल को नोटिस भेजकर उनसे कुछ सवाल किए हैं। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से पूछा है कि किस जगह पर यमुना के पानी में जहर मिलाया गया? चुनाव आयोग ने जवाब देने के लिए केजरीवाल को शुक्रवार यानी कल सुबह 11 बजे तक का समय दिया है, उसके बाद आप संयोजक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
<blockquote class=”twitter-tweet”><p lang=”en” dir=”ltr”>The Election Commission has written a letter to AAP National Convenor Arvind Kejriwal titled "General Election to Legislative Assembly of NCT of Delhi, 2025 – Complaint by Bharatiya Janata Party and Sh. Sandeep Dixit, INC-reg" <a href=”https://t.co/e2IsIXMbpX”>pic.twitter.com/e2IsIXMbpX</a></p>— IANS (@ians_india) <a href=”https://twitter.com/ians_india/status/1884839621181243452?ref_src=twsrc%5Etfw”>January 30, 2025</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
चुनाव आयोग ने बीजेपी नेताओं और दिल्ली चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित के द्वारा की गई शिकायत पर केजरीवाल को नोटिस भेजा है। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, भूपेंद्र यादव और हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी ने चुनाव आयोग से केजरीवाल की शिकायत की थी। इससे पहले भी चुनाव आयोग ने केजरीवाल को नोटिस भेजा है जिसके बाद केजरीवा ने चुनाव आयोग को 14 पन्नो का अपना जवाब भी भेजा लेकिन आयोग उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है। चुनाव आयोग का कहना है कि पानी में अमोनिया का स्तर अधिक होना और पानी में जहर मिलाना दोनों अलग-अलग बातें हैं।
केजरीवाल को इन सवालों का देना है जवाब
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के मुखिया से कुल पांच सवाल किए हैं जिनका उन्हें जवाब देना है।
– यमुना के पानी में हरियाणा सरकार के द्वारा किस तरह का जहर मिलाया गया
– यमुना के पानी में जहर मिलाने का सबूत और किस तरह का जहर मिलाया गया
– यमुना के पानी में कौन सी जगह पर जहर पाया गया
– दिल्ली जल बोर्ड के कौन से इंजीनियर ने कहां, किस जगह और कैसे जहर होने का पता लगाया
– पानी में जहर फैलने से रोकने के लिए इंजीनियर द्वारा क्या तरीका अपनाया गया