नई दिल्ली। बीजेपी ने करावल नगर से विधायक चुने गए कपिल मिश्रा को दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया है। खास बात ये है कि दिल्ली की मौजूदा सरकार में सिर्फ कपिल मिश्रा ही हैं, जिनको मंत्री पद का अनुभव है। उनके अलावा न तो सीएम रेखा गुप्ता कभी मंत्री रहीं और न ही प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा ने ही मंत्री पद कभी संभाला। इस तरह देखा जाए, तो कपिल मिश्रा को ये पता है कि सरकार कैसे चलती है। कपिल मिश्रा दिल्ली सरकार में ब्राह्मण समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही मूल रूप से वो पूर्वांचल के ही रहने वाले हैं।
#WATCH | After swearing in as a cabinet minister in the newly formed BJP government in Delhi, BJP leader Kapil Mishra says, “…We will implement the vision of the PM…” pic.twitter.com/QRQv9KqTOp
— ANI (@ANI) February 20, 2025
कपिल मिश्रा साल 2015 में करावल नगर विधानसभा सीट से ही विधायक बने थे। उनको अरविंद केजरीवाल ने अपनी सरकार में जल संसाधन मंत्री बनाया था। कपिल मिश्रा ने बाद में आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने 2 करोड़ की घूस ली। जिसकी जांच हुई, लेकिन कपिल मिश्रा अपना आरोप साबित नहीं कर सके। नतीजे में उनको मंत्री पद गंवाना पड़ा और आम आदमी पार्टी से निलंबित हुए। इसके बाद साल 2019 में कपिल मिश्रा ने बीजेपी का दामन थामा। बीजेपी में आने के बाद कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की तत्कालीन सरकार के खिलाफ जमकर मोर्चा खोला। तमाम मुद्दों पर वो अपनी पुरानी पार्टी और उसके मुखिया को घेरते रहे।
साल 2023 में कपिल मिश्रा को बीजेपी की दिल्ली इकाई में उपाध्यक्ष का पद सौंपा गया। कपिल मिश्रा ने कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान हुई धांधली के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होंने इस पर ‘इट्ज कॉमन वर्सेज वेल्थ’ शीर्षक से किताब भी लिखी। साल 2020 में जब सीएए के खिलाफ दिल्ली में कई जगह आंदोलनकारी धरने पर बैठे, तब कपिल मिश्रा अपने बयान के कारण विवाद में भी घिरे थे। उन्होंने पुलिस से कहा था कि अगर उसने धरना देने वालों को न हटाया, तो फिर जनता ये काम करेगी। कपिल मिश्रा का एक ट्वीट भी चर्चा में रहा। जिसमें उन्होंने लिखा था कि 8 फरवरी को दिल्ली की सड़कों पर हिंदुस्तान और पाकिस्तान का मुकाबला होगा। बता दें कि 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे।