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Kashmrir Pandit: जानें, कौन है कश्मीरी पंडितों की हंसती-खेलती दुनिया उजाड़ने वाला बिल्ला कराटे, जिसके खिलाफ शुरू हुई सुनवाई

BITTA KARETE

नई दिल्ली। कश्मीरी पंडितों की त्रासदी पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स पर छिड़ी बहस के बीच आज कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत बड़ा दिन है। आज यानी की बुधवार को उस शख्स के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई शुरू होने जा रही है, जिस पर बेशुमार कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतारने का आरोप है। आज उस शख्स के खिलाफ हत्या का मुकदमा शुरू होने जा रहा है, जिसने नब्बे के दशक में कश्मीरी पंडितों के बीच कंनवर्ट, डाई और लीव का नारा दिया था। आज उस शख्स के खिलाफ सुनवाई होने जा रही है, जिसने कश्मीर घाटी में खून की नदिया बहाई थी। जी हां, आज सुनवाई होने जा रही है बिट्टा कराटे उर्फ फारूक अहमद डार के खिलाफ। फारूक ने खुद एक इंटरव्यू में कबूल था कि उसने कई कश्मीरी पंडितों को मौत की निंद सुलाई थी।

कई निहत्थों की हत्या कर दी थी और यह सब कुछ जेकेएलएफ के शीर्ष कमांडर अशफाक मजीद वानी के आदेश की पालना करने हेतु किया था। उसने खुद एक साक्षात्कार में इस बात को स्वीकार किया था कि उसने 30 से 40 कश्मीरी पंडितों को मौत के घाट उतारा था। नब्बे के दशक में कश्मीरी पंडितों पर हुए नरसंहार में उसका अहम किरदार था। उसने घाटी में 450 से अधिक हिंदू मंदिरों को ध्वस्त किया था। हालांकि, इन सभी आरोपों के मद्देनजर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया था। लेकिन साल 2006 में 17  की सजा काटने के बाद कराटे को जमानत पर रिहा कर दिया गया और आज कराटे के  खिलाफ  हत्या के मामले को लेकर सुनवाई होने जा रही है।

आपको बतातें चलें कि सतीश टिक्कू के परिजनों ने अर्जी दायकर सुनवाई शुरू करने की मांग की थी। इस प्रस्ताव ने विकास रैना ने किया था। कोर्ट में सुनवाई 10: 30 बजे शुरू हो चुकी है। शायद आपको न पता हो, लेकिन टिक्कू को कराटे का दोस्त भी माना जाता है, लेकिन टिक्कू नरसंहार के पीड़ितों में से एक है, जिसने अब सुनवाई हेतु कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वहीं, इस संदर्भ में ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा के अंतर्राष्ट्रीय समन्वयक उत्पल कौल ने कहा, ‘आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। आज कराटे के खिलाफ कोर्ट में सुनावई होने जा रही है। आज कई पीड़ितों को  इंसाफ मिलने के द्वारा खुलने जा रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने आगे कहा कि हम चाहते हैं कि एक ट्रिब्यूनल उन लोगों को दंडित किया जाए, जिन्होंने हमारे साथ अमानवीय व्यवहार किया है।

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