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Bharat Nyay Yatra: जानिए, कांग्रेस ने ‘भारत न्याय यात्रा’ की शुरुआत करने के लिए मणिपुर को ही क्यों चुना? ये हैं वजहें

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी 14 जनवरी से लेकर 30 मार्च तक भारत न्याय यात्रा की अगुवाई करेंगे। राहुल इस यात्रा की शुरुआत मणिपुर से करने जा रहे हैं, जिसका समापन 20 मार्च को मुंबई में होगा। इस यात्रा की अगुवाई वैसे तो राहुल गांधी करेंगे, लेकिन उनकी गैर-मौजूदगी में इसकी कमान प्रियंका गांधी संभालेंगी। ध्यान दें, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान प्रियंका गांधी पूरी तरह निष्क्रिय थीं, लेकिन अब जब लोकसभा चुनाव मुहाने पर है, तो प्रियंका गांधी भी अपनी सक्रियता का परिचय देना चाहती हैं।

कहां-कहां से होकर गजुरेगी यह यात्रा ?

आपको बता दें कि यह यात्रा मणिपुर से शुरू होकर नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र में विराम लेगी। वहीं, अब आपके जेहन में यह सवाल आ सकता है कि आखिर कांग्रेस ने भारत न्याय यात्रा के लिए मणिपुर को ही क्यों चुना?, तो आपको बता दें कि इसके पीछे कई वजहें हैं। पहला तो ये कि मणिपुर पिछले कई महीनों तक हिंसा की आग में झुलसा था। यही नहीं, वहां कई महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया गया था, जिसके बाद विपक्षी दल केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हो गई थी।

यही नहीं, कांग्रेस ने इस संदर्भ में अमित शाह के बयान की भी मांग की थी, मगर कई दिनों के लंबे इंतजार के बाद शाह ने इस मसले पर बयान दिया था। हालांकि, उन्होंने अपने बयान के जरिए सरकार को बचाने की पुरजोर कोशिश की थी, मगर इसके बावजूद भी उनकी यह कोशिश पूर्णत: सफल नहीं हुई। वहीं, अब जब लोकसभा चुनाव में चंद माह ही शेष रह गए हैं, तो कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरकार के विरोध में आक्रमक रुख अख्तियार कर चुके हैं और इसी वजह से उन्होंने भारत न्याय यात्रा निकालने का फैसला किया है।

क्यों दिया इस यात्रा का नाम न्याय

ध्यान दें, आज से कुछ महीने पहले जब राहुल गांधी ने भारत जो़ड़ो यात्रा की शुरुआत की थी, तो उसका मकसद कुछ और था। वहीं, अब जब लोकसभा चुनाव में कुछ माह ही शेष रह गए हैं, तो कांग्रेस ने भारत न्याय यात्रा निकालकर समाज के दबे कुचले लोगों के लिए इंसाफ का रास्ता निकालने का फैसला किया है।

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