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Yogi Adityanath Lashed Out At Sengol Case : सेंगोल मामले ने पकड़ा तूल, योगी आदित्यनाथ ने सपा और इंडी गठबंधन की लगा दी क्लास

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी (एसपी) के मोहनलाल गंज से सांसद आर.के. चौधरी द्वारा सेंगोल को राजशाही का प्रतीक बताते हुए इसे संसद से हटाने की मांग से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। बीजेपी समेत एनडीए के नेता एसपी सांसद की इस मांग पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी और इंडी गठबंधन को कड़ी फटकार लगाई है।

योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा समाजवादी पार्टी के मन में भारत के इतिहास और संस्कृति के प्रति कोई सम्मान नहीं है। सेंगोल पर समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं की टिप्पणियाँ निंदनीय हैं और उनकी अज्ञानता को दर्शाती हैं। यह विशेष रूप से तमिल संस्कृति के प्रति इंडी गठबंधन की नफरत को भी दर्शाता है। सेंगोल भारत का गौरव है और यह सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे संसद में सर्वोच्च सम्मान दिया।

वहीं, बीजेपी नेता और कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को घेरते हुए कहा कि अगर इनका बस चले तो यह सेंगोल ही क्यों यह तो सनातन, संविधान और यहां तक कि भारत की संसद को ही हटा सकते हैं। भारत की जिस संसद में ये बैठे हैं उसी का बहिष्कार कर रहे हैं। संविधान तो बहाना है यह सब सनातन विरोधी हैं। भारतीय संस्कृति और सभ्यता का विरोध करते हैं। इन्हें सिर्फ लूट-घसोट करनी है। देश की सत्ता हासिल करनी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली देनी है और पीएम जो भी फैसला लें उसका विरोध करना है। इनके पास कोई विजन नहीं। ये लोग भारत की संसद को कबड्डी का मैदान बनाना चाहते हैं इसलिए मैं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी से निवेदन करता हूं कि ऐसे लोगों का इलाज करें वरना देश में लोकतंत्र को बड़ा खतरा पैदा हो सकता है।

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