नई दिल्ली। गठिया रोग (Arthritis) बुजुर्गो में होने वाली आम बीमारी है। इस बीमारी के मरीजों की संख्या दिनोदिन बढ़ती जा रही है। इस असाध्य रोग के कई मरीज (Arthritis Patients) अक्सर नीम-हकीमों पर भरोसा कर उनसे इलाज करा लेते हैं। हर साल दुनियाभर में 12 अक्टूबर को विश्व गठिया दिवस (World Arthritis Day) मनाया जाता है। इस दिन पर जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
क्या है अर्थराइटिस?
गठिया या अर्थराइटिस (Arthritis) से परेशान लोगों को जोड़ों में असहनीय दर्द होता है। विश्व गठिया दिवस के इतिहास और महत्त्व हम आपको बताने जा रहे हैं। सबसे आम प्रकार पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA) और संधिशोथ हैं. गठिया के मरीजों में यूरिक एसिड लेवल बढ़ जाता है, जिसको कंट्रोल करना काफी मुश्किल होता है।
विश्व गठिया दिवस का इतिहास
ये दिन पहली बार 12 अक्टूबर, 1996 को मनाया गया था। यह पहल पहली बार गठिया और अर्थराइटिस इंटरनेशनल (ARI) द्वारा आयोजित किया गया था। तब से विश्व गठिया दिवस का अवसर हर साल मनाया जाता है।
विश्व गठिया दिवस का महत्त्व
ये एडल्ट्स में ज्यादा रूप से फैल रहा है इसके साथ ही मोटे लोगों को इसका ज्यादा खतरा रहता है। यह एक खतरनाक प्रवृत्ति बनती जा रही है।विश्व गठिया दिवस का पालन हम सभी को समय पर याद दिलाने के लिए कार्य करता है कि यह कैसे खतरनाक है।