नई दिल्ली। बादाम का इस्तेमाल ज्यादातर मिठाईयों और खीर में किया जाता है। बहुत से लोग इसे अपने-अपने तरीके से खाना पसंद करते हैं। बादाम एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसे एक साल से भी कम उम्र के बच्चों (almonds for baby) को खिलाया जा सकता है। अब जिन लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा है कि इतने छोटे बच्चे के तो दांत भी नहीं होते, तो फिर कैसे बच्चा बादाम खा सकता है? तो इसका जवाब ये है कि बच्चों को रातभर भिगोकर (Soaked almond) रखा गया (Soaked almond) बादाम सुबह छीलकर और घिसकर चटाया जाए तो इससे उन्हें बादाम में मौजूद सभी पोषण मिलते हैं। अक्सर ही देखा जाता है कि हमें बादाम रात में भिगोकर अगले दिन खाने की सलाह दी जाती है लेकिन कभी आपने सोचा है ऐसा क्यों कहा जाता होगा। अगर आप भी इस सवाल का जवाब जानने चाहते हैं कि आखिर क्यों बादाम भिगोकर खाने की सलाह दी जाती है तो इस खबर को आखिर तक जरूर पढ़ें…
क्यों दी जाती है भीगे हुए बादाम खाने की सलाह ?
बादाम एक ऐसा सूखा मेवा यानी की (Dryfruit) है जिसकी तासीर गर्म होती है। बादाम शरीर में काफी गर्मी न कर दें और इसकी तासीर को भी शीतल कर दें इसके लिए बादाम को भिगोकर खाने के लिए कहा जाता है। इसके अलावा भी कई कारण है जो स्वास्थ्य से जुड़े हैं। यही कारण हैं कि डॉक्टर भी हमें बादाम भिगोकर खाने के लिए ही कहते हैं।
बादाम को भिगोकर खाने के क्या हैं फायदे
- सबसे पहला फायदा जो बादाम भिगाकर खाने से हमें मिलता है वो ये है कि बादाम में दो छिलका होता है वो बादाम में चिपका रहता है। इस छिलके में टैनिन (Tannin) नामक तत्व होता है। जो बादाम के डाइजेशन में दिक्कत पैदा करता है।
- छिलके में मौजूद टैनिन बादाम द्वारा एंजाइम को रिलीज करने में बाधा करता है जिसकी वजह से बादाम के सभी फायदे शरीर को नहीं मिल पाते।
- बादाम को पानी में भिगोकर रखने से इसका छिलका उतारना आसान हो जाता है। जब हम इसका स्मूथ टेक्सचर खाते हैं तो शरीर को सभी पोषक तत्व भी प्राप्त होते हैं।
- छिला हुआ बादाम लाइपेज नामक एंजाइम (enzyme lipase) को रिलीज करता है, जो कि शरीर में वसा को जमने नहीं देता। ऐसे में छिला हुए बादाम शरीर में जमा फैट को कम करने में सहायता करता है।
- छिला हुआ बादाम खाने से इससे शरीर में एंजाइम और कार्ब्स रिलीज होता है जो कि पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखते हैं। ऐसे में आप बार-बार खाने से बचते हैं।
Disclaimer: इस खबर में बताई विधि, तरीकों और दावों को केवल सुझाव की तरह ही लें। न्यूजरूम पोस्ट इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।