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Fake IPL: क्रिकेटर, स्टेडियम, कंमेंटेटर, Live Streaming सब नकली, यूपी के हापुड़ में खड़ा हो गया फर्जी IPL का कारोबार, पाकिस्तान से जुड़े है आरोपियों के तार

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नई दिल्ली। देश में ही नहीं बल्कि आईपीएल (IPL) को विश्व स्तर पर भी सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिकेट लीग माना जाता है। बीसीसीआई (BCCI) आईपीएल (IPL) का आयोजन साल में एक बार करवाती है। आईपीएल (IPL) में खिलाड़ियों पर बेशुमार पैसा बरसाया जाता है। लेकिन बीते कुछ सालों से मैदान के बाहर भी लोग इस खेल के जरिए अवैध रूप से पैसा कमाने का भरपूर कारोबार कर रहे हैं। जैसे कि मैच में सटोरियों द्वारा अवैध तरीके से पैसा लगाना व और कई लोगों को उसी पैसे के लालच में भाग लेने के लिए प्रेरित  करना। इसी संबंध उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ से एक फर्जी आईपीएल (Fake IPL) चलाने की खबर सामने आ रही है। दरअसल, जनपद हापुड़ के थाना देहात की सर्विलांस सेल टीम ने मेरठ बाईपास के पास स्थित एक क्रिकेट मैदान से फर्जी आईपीएल (Fake IPL) के नाम पर लोगों से पैसा लगवाने के आरोप में 2 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ये लोग अवैध तरीके से फर्जी आईपीएल के नाम पर लोगों से सट्टा लगवाने का काम किया करते थे। इन लोगों का नेटवर्क काफी मजबूत बताया जा रहा है।  आरोपियों ने क्रिक हीरोज व बिग बैस टी-20 पंजाब लीग नाम के ऑनलाइन एप बनाए हुए थे। इसके अलावा इन लोगों ने यूट्यूब में भी चैनल बनाया हुआ था और इसके माध्यम से ये मैच की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाकर लोगों को सट्टा लगाने के लिए प्रेरित करते थे।

 

रूस सो होता था संचालन 

आईपीएल नाम से जुड़े इस काले कारोबार को चलाने में मोहम्मद आसिफ व अशोक चौधरी नाम के इन दोनों अपराधियों का हाथ बताया जा रहा है। ये दोनों ही फर्जी आईपीएल के मास्टरमाइंड हैं और मोहम्मद आसिफ व अशोक चौधरी इसका संचालन सात समुंद्र पार रूस से किया करते थे।  ये लोग भारत में बैठे सिताब उर्फ शब्बू और ऋषभ को फर्जी आईपीएल के नाम पर कैसै सट्टा लगाए, इसके लिए जानकारियां देते थे। अब पुलिस ने सिताब और ऋषभ को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए इन आरोपियों ने पुलिस पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।

पाकिस्तान से जुड़े हैं तार

पुलिस के द्वारा जब पकड़े गए आरोपियों की व्हाटसएप चैट की जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि इन लोगों के तार पाकिस्तान व रूस तक जुड़े हुए हैं। गिरफ्तार किए गए शब्बू व ऋषभ क्रिकेट मैच के लिए मैदान का चयन किया करते थे और एप क्रिक हीरोज पर स्थानीय युवाओं को क्रिकेट खिलाकर उनके नाम रणजी खेले हुए खिलाड़ियों के नाम पर जानकारी अपलोड किया करते थे। इसके बाद खेले गए मैच को लाइव यूट्यूब पर प्रसारित भी कर देते थे। ऐसे में आनलाइन बैठे सटोरिए एक्टिव हो जाते और इन लोगों द्वार फर्जी लिंक पर सट्टा लगाना शुरु कर देते थे।

बता दें उपरोक्त तरीके से फर्जी खेल को खिलाने का संचालन रूष में बैठे अशोक चौधरी व आसिफ मोहम्मद करते थे। फिलहाल अब पुलिस  यूपी के हापुड़ से इनके साथी ऋषब व शब्बू को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

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