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Rishabh Pant Trolled: ‘कला और कल्चर को नीचे गिराकर…’ क्रिकेटर ऋषभ पंत पर भड़के फिल्ममेकर हंसल मेहता, फटकार लगाते हुए कर दी ये मांग

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) मैदान पर दिखाए गए अपने शानदार प्रदर्शन के साथ ही बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला संग अपने रिलेशनशिप की खबरों को लेकर चर्चा में रहते हैं। दोनों (ऋषभ पंत और उर्वशी रौतेला) के बीच सोशल मीडिया पर जमकर भिड़ंत भी देखने को मिल चुकी है। जब भी एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला सोशल मीडिया पोस्ट करती है तो लोग उसे ऋषभ पंत से जोड़ने लगते हैं। अब एक बाद भी ऋषभ पंत चर्चा में हैं। हालांकि इस बार उनके चर्चा में रहने का कारण उर्वशी रौतेला नहीं है बल्कि एक ऐड (एडवरटाइजमेंट) हैं।

दरअसल, इन दिनों टीवी और सोशल मीडिया पर ऋषभ पंत का एक एडवर्टाइजमेंट खूब देखने को मिल रहा है। इस ऐड में पंत ये बताते हैं कि वो अगर क्रिकेटर नहीं होते तो क्या करते… अब इसी एडवरटाइजमेंट को लेकर वो विवादों में फंसे हुए हैं। फिल्ममेकर हंसल मेहता ने उनके एड पर नाराजगी जताते हुए एक मांग कर दी है। चलिए बताते हैं क्या है पूरा मामला…

बता दें, क्रिकेटर ऋषभ पंत का एक एडवरटाइजमेंट चर्चा में है। ड्रीम 11 के इस एड में ऋषभ पंत कहते नजर आते हैं कि अगर मैं क्रिकेटर नहीं बनता तो…इसके बाद पंत संगीतकार के अवतार में नजर आते हैं और जैसे ही माइक के पास जाते हैं तो काफी बेसुरा गाते हैं। आखिर में ऋषभ पंत कहते नजर आते हैं शुक्र है कि मैंने अपने सपने को पूरा किया। अब इसी एडवर्टाइजमेंट को लेकर फिल्ममेकर हंसल मेहता का गुस्सा भड़क उठा है। उन्होंने एड पर नाराजगी जताते हुए ट्विटर पर एक ट्वीट कर लिखा, ‘ये बेहूदा और अपमानजनक एड है। अपने प्रमोशन के लिए किसी कला और कल्चर को नीचे गिराना गलत है। मैं मांग करता हूं कि इस एड को हटाया जाए’।


सोशल मीडिया पर ऐसे मिल रहे रिएक्शन

बात इस एड को मिल रहे लोगों की प्रतिक्रियाओं की करें तो सोशल मीडिया पर कई लोग इसे मजाकिया अंदाज में लेते हुए एंटरटेनिंग बता रहे हैं तो कई ऐसे भी हैं जो कि ऋषभ पंत के इस एड को देखने के बाद गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। चलिए आपको दिखाते हैं ट्विटर पर लोगों के आए कुछ रिएक्शन…

दीलीप पटेल नाम के ट्विटर यूजर ने हंसल मेहता के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘एकदम सही नोटिस किया आपने सर’।

अमरेश सिंह नाम के यूजर ने लिखा, ‘मैं सहमत हूं। ड्रीम11 के सभी विज्ञापनों को हटाने की जरूरत है। यह हास्यास्पद है’।

उदय नाम के यूजर ने तो ये तक लिख दिया कि ये भारतीय संगीत परंपरा का अपमान है। 

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