News Room Post

Paris Paralympics 2024 : भारत के सचिन खिलारी ने शॉट पुट में जीता सिल्वर मेडल, पुरुष प्रतिस्पर्धा में खत्म किया 40 साल का सूखा

नई दिल्ली। पेरिस पैरालंपिक में भारत के एथलीट सचिन सरजेराव खिलारी ने सिल्वर मेडल जीता है। पुरुषों की शॉट पुट (एफ 46) स्पर्धा में सचिन ने 16.32 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक अपने नाम किया। इस तरह से भारत के पास अब 21 पदक हो चुके हैं। सचिन ने 16.32 मीटर के थ्रो के साथ एशिया रिकॉर्ड भी बनाया। इसी के साथ सचिन ने पैरालंपिक खेलों में शॉट पुट प्रतिस्पर्धा में मेडल का 40 साल का सूखा भी खत्म कर दिया। पिछले 40 साल में किसी भी भारतीय पुरुष खिलाड़ी ने पैरालंपिक शॉट-पुट में मेडल नहीं जीता था।

इससे पहले 1984 में भारत के खिलाड़ी जोगिंदर सिंह बेदी ने ब्रॉन्ज मेडल शॉटपुट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। हालांकि 2016 रियो पैरालंपिक में भारत की महिला एथलीट दीपा मलिक ने शॉट पुट में रजत पदक जीता था। सचिन सिर्फ 0.06 मीटर से स्वर्ण पदक चूक गए। कनाडा के ग्रेग स्टीवर्ट ने 16.38 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता। इसी प्रतिस्पर्धा में भारत के खिलाड़ी मोहम्मद यासिर 14.21 मीटर थ्रो और रोहित कुमार 14.10 मीटर थ्रो के साथ क्रमशः आठवें और नौवें स्थान पर रहे। सचिन को स्कूल के दिनों में एक दुर्घटना के चलते कोहनी की मांसपेशियों में दिक्कत आ गई थी। एफ 46 श्रेणी में उन लोगों को रखा जाता है जिनके एक या दोनों हाथों में दिक्कत होती है।

सचिन ने इससे पहले वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2024 में भी देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था। इतना ही नहीं सचिन ने पिछले साल चीन में आयोजित हुए एशियन पैरा गेम्स में भी स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था। आपको बता दें कि इससे एक दिन पहले मंगलवार को भी भारत के खिलाड़ियों ने अलग-अगल प्रतिस्पर्धाओं में 2 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। पेरिस पैरालंपिक में अभी तक भारत के पास 3 गोल्ड, 8 सिल्वर और 10 ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि के लिए सचिन को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, रजत पदक जीतने के लिए सचिन खिलारी को सलाम। आपकी सफलता उत्कृष्टता और दृढ़ संकल्प का एक शानदार उदाहरण है, जो युवा एथलीटों को प्रेरित करती है। आपको भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।

Exit mobile version