न्यूयॉर्क। ट्विटर में 3700 लोगों की छंटनी के फैसले पर एलन मस्क का बड़ा बयान आया है। एलन मस्क ने आरोप लगाया है कि एक्टिविस्ट्स लगातार विज्ञापन देने वालों पर दबाव डालते हैं। इसकी वजह से ट्विटर के रेवन्यू में बड़ी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि कंटेंट के मामले में कोई बदलाव नहीं किया गया। हमने एक्टिविस्ट्स को खुश करने के लिए हर संभव कोशिश भी की। मस्क ने कहा कि सबकुछ गड़बड़ है। ये लोग अमेरिका में फ्री स्पीच को खत्म करना चाहते हैं। पहले भी ट्विटर पर आरोप लगता रहा है कि इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर एक सोच विशेष के एक्टिविस्ट्स को तरजीह दी जाती है। अब एलन मस्क ने इसकी पुष्टि कर दी है।
Twitter has had a massive drop in revenue, due to activist groups pressuring advertisers, even though nothing has changed with content moderation and we did everything we could to appease the activists.
Extremely messed up! They’re trying to destroy free speech in America.
— Elon Musk (@elonmusk) November 4, 2022
मस्क ने इसके बाद ये भी बताया कि ट्विटर के राजस्व में कितनी गिरावट आ गई थी और कंपनी को कितना नुकसान हो रहा था। एलन मस्क ने बताया कि उनके पास छंटनी के अलावा विकल्प नहीं बचा था। हर दिन ट्विटर को 40 लाख डॉलर का नुकसान हो रहा था। उन्होंने ट्वीट के जरिए बताया कि छंटनी का शिकार हुए कर्मचारियों को 3 महीने का पैसा दिया जाएगा। ये कानून के प्रावधान से 50 फीसदी ज्यादा है।
Regarding Twitter’s reduction in force, unfortunately there is no choice when the company is losing over $4M/day.
Everyone exited was offered 3 months of severance, which is 50% more than legally required.
— Elon Musk (@elonmusk) November 4, 2022
बता दें कि एलन मस्क ने 27 अक्टूबर को ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीद लिया था। इस सौदे में मस्क ने खुद 32 अरब डॉलर लगाए हैं। ट्विटर को खरीदने के बाद मस्क ने कई अहम एलान किए थे। पहले उन्होंने कहा था कि हर ब्लूटिक वाले अकाउंट के लिए हर महीने 8 अमेरिकी डॉलर देने होंगे। इसके अलावा उन्होंने ट्विटर को फर्जी अकाउंट्स से निजात दिलाने और फ्री स्पीच का प्लेटफॉर्म बनाने की बात कही थी। मस्क ने इसके बाद ट्विटर के 7500 में से 3700 कर्मचारियों को सूचित किया था कि उनकी छंटनी की जाएगी। ट्विटर ने शुक्रवार यानी बीते कल से छंटनी शुरू कर दी। भारत में ज्यादातर कर्मचारी निकाले गए हैं।