नई दिल्ली। बेंगलुरु में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में बड़ा मोड़ आया है। पुलिस ने मृतक की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया और साले अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया है। इन गिरफ्तारियों के बाद मृतक के पिता पवन कुमार मोदी का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने पोते की सुरक्षा और न्याय की मांग की है।
#WATCH | Samastipur, Bihar: Atul Subhash suicide case | On the arrest of accused Nikita Singhania, Nisha Singhania and Anurag Singhania, Pawan Kumar Modi, father of deceased Atul Subhash says, “We don’t know where she has kept our grandson. Has he been killed or is he alive? We… pic.twitter.com/8TBQcWtQfM
— ANI (@ANI) December 15, 2024
पोते को लेकर जताई चिंता
मृतक के पिता पवन कुमार मोदी ने कहा, “हमें नहीं पता कि मेरे पोते को कहां रखा गया है। क्या वह सुरक्षित है या उसे नुकसान पहुंचाया गया है, यह नहीं मालूम। मैं चाहता हूं कि मेरा पोता मेरे पास रहे। एक दादा के लिए उसका पोता उसके बेटे से ज्यादा मायने रखता है।”
पुलिस को धन्यवाद लेकिन न्याय की मांग जारी
उन्होंने कहा, “मैं पुलिस का शुक्रिया अदा करता हूं कि उन्होंने आरोपियों को गिरफ्तार किया। लेकिन मुझे अभी भी न्याय नहीं मिला है। मेरे खिलाफ मेरे पोते के नाम पर नया केस दर्ज किया गया है। यह मेरे लिए बेहद पीड़ादायक है।”
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से की अपील
पवन कुमार मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव से अपील की है कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और सुनिश्चित करें कि उनका पोता उनके पास सुरक्षित लौट आए।
#AtulSubhash Case: Where is my nephew, asks Atul Subhash’s brother, after his wife, #NikitaSinghania‘s #arrest | https://t.co/36waiMICaK pic.twitter.com/g7BGL2YQrs
— Economic Times (@EconomicTimes) December 15, 2024
14 दिन की न्यायिक हिरासत
बेंगलुरु पुलिस ने बताया कि निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया, जबकि निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से हिरासत में लिया गया। आरोपियों को शनिवार को बेंगलुरु लाकर स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
समाज का समर्थन मिला
पवन कुमार मोदी ने बताया कि इस मुश्किल समय में पूरा समाज उनके समर्थन में खड़ा है। उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी को लाभ पहुंचाने की कोशिशें की गईं, लेकिन वे अपने पोते और न्याय के लिए संघर्ष करते रहेंगे।