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RSS Chief Mohan Bhagwat On Hindu: हिंदुओं के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कह दी ये बड़ी बात!, पीएम मोदी ने पहले कहा था- बंटेंगे तो बांटने वाले महफिल सजाएंगे

Mohan Bhagwat

बारां। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के मुखिया मोहन भागवत ने हिंदुओं के बारे में बड़ी बात कही है। मोहन भागवत ने राजस्थान के बारां में शनिवार को कहा कि भाषा, जाति, प्रांत के मतभेद भुलाकर हिंदुओं को एकजुट होना होगा। उन्होंने ये भी कहा कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है। मोहन भागवत ने कहा कि इस तरह का समाज होना चाहिए, जिसमें एकता, बंधन और सद्भावना का भाव हो। मोहन भागवत ने ये भी कहा कि समाज सिर्फ अपने परिवार से नहीं बनता। सबके लिए चिंता कर जीवन में ईश्वर को हासिल करना है। मोहन भागवत ने ये भी कहा कि जो भी कमियां हैं, उनको दूर कर समाज को मजबूत करना जरूरी है। मोहन भागवत की तरफ से हिंदुओं से एकजुट होने की बात कहे जाने से पहले शनिवार को ही पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में कहा था कि अगर बंटेंगे, तो बांटने वाले महफिल सजाएंगे। उससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा में बांग्लादेश का उदाहरण देते हुए कहा था कि अगर बंटोगे, तो कटोगे।

 

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र है। हम प्राचीन समय से यहां रह रहे हैं। हिंदू नाम बाद में आया। मोहन भागवत ने कहा कि भारत के सभी संप्रदायों के लिए हिंदू कहा जाता था। आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदू कहता है कि हम सही हैं और भी सही हैं। मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू सभी को अपना मानते और स्वीकार करते हैं। उन्होंने आरएसएस के स्वयंसेवकों को निर्देश दा कि उनको हर जगह संपर्क करना चाहिए। लगातार बातचीत करते हुए सद्भावना से रहें। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने ये भी कहा कि दुनिया में किसी काम से आरएसएस के काम की तुलना नहीं की जा सकती। संघ में व्यक्ति का विकास किया जाता है।

इमाम इलियासी के साथ मोहन भागवत की फाइल फोटो।

मोहन भागवत ने पहले भी हिंदुओं से एकजुट रहने को कहा है। साथ ही समाज में जो भी गड़बड़ियां हैं, उनकी तरफ पहले भी आरएसएस प्रमुख इशारा करते रहे हैं। मोहन भागवत ये भी कहते रहे हैं कि भारत में जो अन्य धर्मों के लोग हैं, उनके पूर्वज भी पहले हिंदू ही थे। मोहन भागवत ने समाज में एकजुटता लाने के लिए कई मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात भी की थी। कई मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की इस बात का समर्थन किया था कि देश में सभी संप्रदाय के लोगों को मिलजुलकर रहना चाहिए।

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