कराची। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों और उनके धर्म पर हमले की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। ताजा घटना पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले कराची में हुई है। स्थानीय लोगों के मुताबिक कराची के कोरांगी इलाके में एक मंदिर में असामाजिक और कट्टरपंथी तत्वों ने तोड़फोड़ की है। यहां मूर्तियों को तोड़ा गया और पूजा का सामान भी उठाकर लोगों ने फेंक दिया। कराची के हिंदुओं ने पाकिस्तान सरकार से ऐसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पाकिस्तान में इससे पहले तमाम हिंदू और सिख युवतियों को अगवा कर जबरन मुसलमान बनाने और उनकी शादी कराने के मामले सामने आ चुके हैं। कई जगह ईशनिंदा का आरोप लगाकर हिंदू, सिख, ईसाई समुदाय के लोगों की हत्या भी हो चुकी है।
पाकिस्तान में काम करने वाले विदेशियों के लिए भी कम खतरा नहीं है। बीते साल एक श्रीलंकाई नागरिक पर ईशनिंदा का आरोप लगाकर उसे जिंदा जलाकर मारा गया था। उस घटना से श्रीलंका और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी आई थी। हर बार जब अल्पसंख्यकों के खिलाफ घटना होती है, तो सरकार कहती है कि ऐसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन कभी भी अल्पसंख्यकों या उनके धार्मिक स्थलों पर हमले करने वालों को सजा होते नहीं सुना गया। नतीजे में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं।
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As per local reports, unidentified extremists vandalized a Hindu temple in Korangi area of Karachi city.
Pakistani govt should take strict action against the perpetrators. #Pakistan https://t.co/WUJFTloWOE pic.twitter.com/qFKHcaH4SZ
— FJ (@Natsecjeff) June 8, 2022
पाकिस्तान में कट्टरपंथी और आतंकी तत्व सरकार और सेना की वजह से काफी सक्रिय हैं। सरकार और सेना इन्हें प्रश्रय देते हैं। हालत ये है कि पाकिस्तान में मुख्तार माई नाम की महिला का सरेआम गैंगरेप हुआ था। इसकी वजह ये थी कि उनके परिवार के एक पुरुष ने दूसरे कबीले की लड़की से निकाह कर लिया था। जिसका बदला लेने के लिए गांव के चौपाल में सबको इकट्ठा कर मुख्तार माई से रेप किया गया था। इस घटना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई थी।