वॉशिंगटन। भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर करीब 10 महीने से अंतरिक्ष में फंसे हैं। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 10 दिन के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजे गए थे, लेकिन उनको ले गए बोइंग निर्मित स्टारलाइनर यान में तकनीकी दिक्कत आ गई। जिसके कारण सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर तबसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ही हैं। इससे दोनों के स्वास्थ्य पर खराब असर भी पड़ सकता है। फिलहाल खबर ये है कि अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को धरती पर वापस लाने का प्लान तैयार किया है।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के अंतरिक्ष स्टेशन पर लंबे वक्त तक फंसे रहने से अमेरिका में मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर निशाना साधने का भी मौका दे दिया। ट्रंप और उनके करीबी एलन मस्क ने आरोप लगाया है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस धरती पर लाने के लिए नासा ने जरूरी कदम नहीं उठाए। एलन मस्क ने तो ये आरोप भी लगाया कि नासा ने दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने के लिए उनकी कंपनी स्पेसएक्स से बात की थी, लेकिन फिर कदम वापस खींच लिए। वहीं, नासा की तरफ से कहा गया है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को सुरक्षित धरती पर वापस लाना उसकी सबसे अहम प्राथमिकता है।
अब जानकारी ये मिल रही है कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से वापस लाएगी। इसके लिए स्पेसएक्स अपने क्रू ड्रैगन कैप्सूल को भेजने वाली है। स्पेसएक्स का कैप्सूल नासा, रूस और जापान के अंतरिक्ष यात्रियों ताकुया ओनिशी, निकोल एयर्स, किरिल पेस्कोव और ऐनी मैकक्लेन को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन जाने वाला है। ये उड़ान गुरुवार को होगी। फिर स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को लेकर धरती पर लौटेगा। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी में 7 दिन का वक्त लग सकता है।