नई दिल्ली। हांगकांग का स्पेशल स्टेटस खत्म करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले के बाद अब बौखलाए चीन ने अमेरिका को खुली धमकी दे दी है। इतना ही नहीं ड्रैगन ने साफ तौर से कह दिया है कि वो हमेशा से शांति और बातचीत के जरिए हल निकालना चाहता है लेकिन अगर अमेरिका नहीं समझ रहा और समुद्र में लहरें बनाने की कोशिश में लगा है तो फिर बड़े तूफान के लिए अमेरिका तैयार रहे। चीन ने कहा कि हांगकांग उसका आंतरिक मामला है और अमेरिका इसमें दखल देने से पहले सोच-समझ ले। बता दें कि वैसे ही दोनों देशों में कोरोना संक्रमण को लेकर तनावपूर्ण रिश्ते बने हुए हैं।
इस बारे में चीन की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ट्वीट कर लिखा- अगर इसे बातचीत की ताकत कहा जा रहा है तो ये जंगल के कानून से कम नहीं है। सद्भावना के बिना ताकत जितनी ज्यादा बड़ी होती है उसका खतरा भी उतना ही ज्यादा होता है। पेड़ अक्सर शांति की उम्मीद करता है, लेकिन तेज हवा बहती रहती है। अगर अमेरिका लहरें बनाना चाहता है तो अब तूफ़ान के सामने के लिए उसे तैयार रहना चाहिए।
If only strength talks, then it’s no different from the law of the jungle. Without goodwill, the greater the strength, the greater the menace. The tree hopes for peace, but the wind keeps blowing. If the #US wants to make waves, then let the storm rage on!
— Hua Chunying 华春莹 (@SpokespersonCHN) July 15, 2020
बता दें कि ट्रंप ने मंगलवार को हांगकांग पर एक नए कानून को मंजूरी दी थी। जिसके तहत अमेरिका अब उन चीनी अफसरों और कंपनियों पर कार्रवाई कर सकेगा जो वहां लोकतंत्र की मांग दबा रहे हैं। अब तक अमेरिका इन कंपनियों को स्पेशल स्टेटस के तहत कुछ छूट देता था। अब यह नहीं हो सकेगा।
President @realDonaldTrump: “Make no mistake, we hold China fully responsible for concealing the virus and unleashing it upon the world.” pic.twitter.com/Gnp6uvTyPY
— Team Trump (Text TRUMP to 88022) (@TeamTrump) July 14, 2020
वहीं, चीनी विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है, अमेरिका की हांगकांग में नए सुरक्षा क़ानून को लागू करने से रोकने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी। हम अमरीका से अपील करते हैं कि वो इस क़ानून को लागू न करे और अपनी ग़लती सुधारे। चीन के आंतरिक मामलों में दख़ल देना बंद करे। अमेरिका अगर ऐसा नहीं करता है तो चीन भी इसका कड़ा जवाब देगा।