नई दिल्ली। चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच ताइवान अक्सर आशंका जता चुका है कि चीन उस पर कभी भी हमला कर सकता है। ऐसे में ताइवान ने चीन को झटका देने के लिए एक चौंंकाने वाला कदम उठाया है। बता दें कि ताइवान ने चीन को करारा जवाब देने के लिए समुद्री तटों पर एंटी लैंडिंग स्पाइक लगा दिए हैं। इस कदम से चीन पूरी तरह से चौंक गया है। चीन को उम्मीद भी नहीं थी कि ताइवान की उसकी गीदड़ भभकी का जवाब देने के लिए इस तरह से तैयारी करेगा। गौरतलब है कि ‘द एशियन पोस्ट’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवान ने यह कदम सुरक्षा की दृष्टि से उठाया है। एंटी लैंडिंग स्पाइक एक प्रकार से लोहे की नुकीली छड़ें होती हैं। ताइवान ने किनमेन द्वीप के समुद्री तटों पर यह एंटी लैंडिंग स्पाइक लगाए हैं ताकि चीनी सेना समुद्री रास्ते से वहां न पहुंच सके।
यही नहीं, ताइवान ने इसके अलावा स्पाइक्स से कुछ ही दूरी पर टैंक भी तैनात कर दिए हैं। जोकि समुद्र में काफी दूर से साफ दिखाई दे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक हालांकि ताइवान में इसकी भी चर्चा है कि ऐसा भी हो सकता है कि समुद्री तट पर कोई स्मारक बनाया जा रहा है।
वहीं चीन और ताइवान के बीच तनाव और बढ़ने का मुख्य कारण दोनों देशों के राजनयिकों के बीच हाथापाई बताई जा रही है। दरअसल पिछले महीने दोनों देशों के बीच तनाव उस समय और बढ़ गया जब फिजी में दोनों देशों के राजनयिकों के बीच हाथापाई हो गई थी। उधर अमेरिका ने ताइवान को हार्पून पावर देकर उसकी ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है।
वहीं ताइवान और अमेरिका के बीच सैन्य डील को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेबिन ने कहा कि अमेरिका को ताइवान से सैन्य डील कैंसिल कर देनी चाहिए। ताइवान चीन का हिस्सा है और हम किसी भी विदेशी ताकत की दखलअंदाजी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि यदि अमेरिका ताइवान को हथियार बेचने की डील कैंसिल नहीं करता है तो इससे चीन और अमेरिका के रिश्ते खराब होंगे और ताइवान चीन में शांति प्रभावित हो सकती है।