वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को भारत के लिए सकारात्मक बात कही। ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ टैरिफ के मुद्दे पर बातचीत अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। ट्रंप ने उम्मीद जताई कि भारत और अमेरिका समझौते पर पहुंच जाएंगे। ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का फैसला किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति का कहना है कि अमेरिका से आयात होने वाली चीजों पर भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है। ट्रंप के इस बयान से पहले उनकी सरकार के कई वरिष्ठ अफसर भी ये बात कह चुके हैं कि भारत और अमेरिका के बीच जल्दी ही व्यापार समझौता हो जाएगा।
ट्रंप ने 2 अप्रैल 2025 को तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का एलान किया था। सबसे ज्यादा टैरिफ वियतनाम और चीन पर लगाया गया था। चीन ने ट्रंप के टैरिफ वार पर पलटवार किया और अमेरिका के उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाया और बदले में ट्रंप ने भी चीन से आयात होने वाली चीजों पर टैरिफ और बढ़ाने का एलान किया। नतीजे में चीन और अमेरिका में टैरिफ की जंग छिड़ गई। इस बीच, ट्रंप ने ये फैसला किया कि चीन को छोड़ बाकी देशों को 90 दिन तक वो टैरिफ पर छूट देंगे। इस दौरान सिर्फ 10 फीसदी टैरिफ लेने की बात ट्रंप ने कही है।
डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि 90 दिन के लिए टैरिफ में इस छूट के दौरान अमेरिका के साथ संबंधित देश व्यापार समझौता कर सकते हैं या अपना टैरिफ घटा सकते हैं। ट्रंप ने जब मार्च में ये एलान किया था कि वो सभी देशों पर टैरिफ लगाएंगे, तब पीएम नरेंद्र मोदी ने वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल को अमेरिका के दौरे पर भेजा था। इसके अलावा अमेरिका के वाणिज्य विभाग का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया था। इसके बाद मोदी और ट्रंप सरकार ने टैरिफ और व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए अपने-अपने प्रतिनिधियों की नियुक्ति का भी एलान किया था। माना जा रहा है कि 90 दिन की समयसीमा पूरी होने तक भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ का मसला सुलझ जाएगा। भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता भी इसी साल के अंत तक होने के आसार भी फिलहाल लग रहे हैं।