वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कार्यकारी आदेश जारी कर 12 देशों के लोगों के अमेरिका आने पर रोक लगा दी। 7 अन्य देशों के लोगों के अमेरिका आने वाले लोगों पर खास शर्तें लागू होंगी और उनकी कड़ी जांच की जाएगी। वहीं, ट्रंप ने एक अन्य आदेश में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के प्रवेश पर भी रोक लगाई है। जिन 12 देशों के नागरिकों को अब अमेरिका में प्रवेश नहीं मिलेगा, वे अफगानिस्तान, चाड, म्यांमार, इक्वेटोरियल गिनी, कांगो, ईरान, हैती, लीबिया, इरिट्रिया, सूडान, सोमालिया और यमन हैं। वहीं, क्यूबा, लाओस, बुरुंडी, टोगो, सिएरा लियोन, वेनेजुएला और तुर्कमेनिस्तान के नागरिक अमेरिका पहुंचेंगे, तो उनको कड़ी जांच और आव्रजन शर्तों का सामना करना होगा।
“We cannot have open migration from any country where we cannot safely and reliably vet and screen… That is why today I am signing a new executive order placing travel restrictions on countries including Yemen, Somalia, Haiti, Libya, and numerous others.” –President Trump pic.twitter.com/ER7nGM4TO2
— The White House (@WhiteHouse) June 4, 2025
ट्रंप जब पहले अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तब उन्होंने इराक, ईरान, सीरिया, सूडान, सोमालिया, यमन और लीबिया के नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई थी। इस फैसले को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने भी 2018 में सही ठहराया था। अभी जारी रोक आदेश पर ट्रंप का कहना है कि अमेरिका की सुरक्षा और अपने नागरिकों की हित के लिए ये फैसला किया है। ट्रंप का कहना है कि 12 देशों के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर रोक से कट्टरपंथी इस्लामी आतंकी नहीं आ सकेंगे। वहीं, व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि जिन देशों के लोगों पर पूरी तरह रोक लगाई गई है, वे स्क्रीनिंग और सुरक्षा जांच में सफल नहीं रहे हैं। व्हाइट हाउस का कहना है कि इन देशों के लोग अमेरिका के लिए गंभीर खतरा हैं।
वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। ट्रंप ने इस फैसले की वजह राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा बताया है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने आदेश में लिखा कि उनके विचार से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का व्यवहार इस तरह का है कि वो अब विदेशी छात्रों और शोध करने वालों के लिए सही जगह नहीं रह गई है। इससे पहले अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी प्रशासन पर आरोप लगाया था कि उन्होंने विदेशी छात्रों के कदाचार से जुड़े दस्तावेज नहीं दिए। वहीं, हार्वर्ड का कहना है कि उसने ट्रंप प्रशासन को सभी जरूरी जानकारी दी है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के प्रवेश पर रोक संबंधी आदेश पहले भी ट्रंप ने जारी किया था, लेकिन एक संघीय कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इस बार ट्रंप ने कानूनी आधार बताकर हार्वर्ड में विदेशी छात्रों के प्रवेश पर बैन लगाया है। ऐसे में कोर्ट से शायद ही विदेशी छात्रों को राहत मिले। अभी ये नहीं पता कि हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में जो विदेशी छात्र पढ़ते हैं, उनका भविष्य क्या होगा?