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Pakistan Lies Exposed By IMF: कर्ज लेने के लिए झूठ बोल रहा पाकिस्तान, आईएमएफ ने खोल दी पोल

shehbaz sharif and imf

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की बुनियाद ही झूठ पर टिकी है। आतंकवाद और अन्य मसलों पर उसके झूठ का कई बार पर्दाफाश हो चुका है। अब देश की खराब माली हालत को सुधारने के लिए पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से भी झूठ बोल दिया। इस झूठ का भी आईएमएफ ने खुलासा कर दिया है। आईएमएफ से पाकिस्तान सरकार 6 अरब डॉलर का कर्ज चाहती है। आईएमएफ ने इसके लिए पाकिस्तान सरकार के सामने कड़ी शर्तें रखी थीं। बीते दिनों पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने दावा किया था कि उसने आईएमएफ की सभी शर्तों को पूरा कर दिया है। पाकिस्तान की हालत इस वक्त श्रीलंका से भी खराब है। पाकिस्तान में अप्रैल में महंगाई की दर 36 फीसदी से ज्यादा रही। जबकि, मार्च में ये दर 35.4 फीसदी थी। हर महीने पाकिस्तान में महंगाई की दर करीब 2 फीसदी बढ़ रही है।

पाकिस्तान के अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी खबर में दावा किया है कि आईएमएफ ने सरकार की तरफ से सभी शर्तें पूरी करने के दावे को गलत बताया है। अखबार का कहना है कि आईएमएफ लगातार पाकिस्तान की सरकार से बातचीत कर रहा है। बिना शर्तें पूरी किए वो पाकिस्तान को किसी सूरत में कर्ज नहीं देने वाला है। अगर पाकिस्तान की शहबाज सरकार आईएमएफ की इन शर्तों को पूरा करती है, तो जनता और त्राहि-त्राहि करने लगेगी। अभी तो लोगों को महंगाई और आटे की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान को नवंबर 2022 तक आईएमएफ से कर्ज के तौर पर 1.1 अरब डॉलर मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब तक ये रकम नहीं मिल सकी है।

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और वित्त मंत्री इशाक डार कई बार कह चुके हैं कि सरकार ने 1.1 अरब डॉलर हासिल करने के लिए आईएमएफ की शर्तों को पूरा कर दिया है और समझौता हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी लगातार कच्चा तेल और अन्य चीजें आयात करने में कम हो रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार अभी 4.5 अरब डॉलर पर है। पाकिस्तान को इस साल जून तक 4 अरब डॉलर का विदेशी कर्ज भी चुकाना है। पिछले दिनों पाकिस्तानी सेना के पूर्व जनरल कमर जावेद बाजवा के हवाले से पत्रकार हामिद मीर ने बताया था कि सेना के पास टैंक और अन्य गाड़ियों के लिए डीजल तक नहीं है।

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