नई दिल्ली। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे बदहाल पाकिस्तान को तो जैसे शर्मिंदगी झेलने की आदत ही पड़ गई है। एक कप चाय तक के लिए तरस रहे पाकिस्तान को एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज्जती का सामना करना पड़ा। दरअसल, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस द्वारा कुछ बकाया राशि का भुगतान न करने के चलते रूस ने प्लेन को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस देने से इनकार कर दिया। इसके बाद इस्लामाबाद से टोरंटो जा रही फ्लाइट को अपना रूट ही बदलना पड़ गया। एक निजी टीवी न्यूज़ चैनल के मुताबिक, यह वाकया 17 जून का है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की फ्लाइट इस्लामाबाद से टोरंटो जा रही थी लेकिन ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण उसे रुकना पड़ गया। इसके बाद इस फ्लाइट को पहले कराची लाया गया फिर यहां से फ्लाइट ने रूस के बजाय यूरोपीय देशों के एयर स्पेस का इस्तेमाल किया और आखिरकार टोरंटो पहुंच सकी।
जानकारी के मुताबिक, PIA की फ्लाइट PK781 में 250 से ज्यादा यात्री सवार थे। इन्हें बाद में कराची से रवाना किया गया। असल में, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को ओवरफ्लाइंग क्लीयरेंस शुल्क के लिए पैसा ट्रांसफर करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। हालांकि, पीआईए का कहना है कि रूस को वैश्विक प्रतिबंधों के कारण पेमेंट हासिल करने में दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में पीआईए को वैकल्पिक रास्ता अपनाना पड़ा। एयरलाइंस की तरफ से बताया गया कि टोरंटो के लिए उड़ान को ईरान, टर्की और यूरोप के रास्ते का इस्तेमाल करना पड़ा। इस फ्लाइट ने कराची से उड़ान भरी। वहीं, पाकिस्तान के एक पत्रकार ने ट्वीट कर लिखा, PIA की इस्लामाबाद से टोरंटो जाने वाली फ्लाइट लेट है।
रूस ने पाकिस्तान की एयरलाइन्स से बकाया राशि का भुगतान करने के लिए कहा है। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी अपनी ही सरकार को खरी खोटी सुना रहे हैं और ये पूछ रहे हैं कि इस ”शर्मनाक स्थिति” की वजह क्या है ? यह सब ऐसे वक्त में हुआ, जब पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर खड़ा है। पाकिस्तान में आर्थिक बदहाली का आलम ये है मार्च के आखिरी हफ्ते में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.915 बिलियन अमेरीकी डॉलर की भारी गिरावट आई। मुल्क में महंगाई 13.8% पर आ चुकी है। डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया पिछले एक महीने में 186 से 202 के रेट तक पहुंच गया।