नई दिल्ली। इजरायल के साथ युद्धविराम के बाद अब ईरान ने अपने देश में उन लोगों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दिया है जो देशविरोधी गतिविधि में लिप्त हैं। ईरान ने आज सुबह तीन लोगों को सजा ए मौत दी है। इन तीनों पर इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने का आरोप था। ईरान की ओर से इस संबंध में बयान जारी कर बताया गया कि इदरीस अली, आज़ाद शोजाई और रसूल अहमद रसूल को जासूसी करने और हत्या के लिए उपयोग में लिए जाने वाले उपकरणों को ईरान में लाने का दोषी पाया गया। इन तीनों को उरमिया शहर में फांसी दी गई।
ईरान इससे पहले भी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में कई लोगों को फांसी दे चुका है। आज तक की खबर के अनुसार ईरान ने पिछले 12 दिनों में 700 लोगों को इजरायल से साथ उनके लिंक होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इनमें से कुछ को बहुत जल्द फांसी पर लटकाया जा सकता है। इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने मोसाद के साथ खुफिया जानकारियां साझा की और ईरान के सैन्य तथा परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने में इजरायल की मदद की। आपको बता दें कि ईरान और इजरायल के बीच 12 दिनों तक सैन्य संघर्ष चला। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच सीजफायर का ऐलान किया जिसके बाद फिलहाल हमले बंद हैं।
इजरायल के हमलों में ईरान को काफी नुकसान पहुंचा है। उसके शीर्ष सैन्य अधिकारियों समेत कई परमाणु वैज्ञानिकों भी मारे गए हैं। जिस तरीके से इजरायल ने सटीक जगहों पर हमला किया उससे यह बात सामने आई कि ईरान में मोसाद के जासूसों का नेटवर्क बहुत मजबूत है। इसी के चलते अब ईरान अपने देश में फैले इजरायल के जासूसी नेटवर्क को तोड़ने और जासूसी करने वालों की पहचान कर कार्रवाई कर रहा है।