बीजिंग। दक्षिण चीन सागर पर इलाके को लेकर चीन के साथ तमाम देशों का विवाद चल रहा है। जिन देशों से चीन का विवाद है, उनमें फिलीपींस भी है। फिलीपींस की समुद्री सीमा भी दक्षिणी चीन सागर में है। फिलीपींस ने सोमवार को आरोप लगाया था कि चीन ने दक्षिणी चीन सागर में तैरते हुए बैरियर लगाए हैं। अब खबर ये है कि इन बैरियर की वजह से चीन और फिलीपींस में तनाव बढ़ गया है। वजह ये है कि फिलीपींस ने चीन की दादागीरी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए दक्षिणी चीन सागर में लगाए गए बैरियर को तोड़ दिया। चीन ने अपनी दादागीरी को चुनौती मिलने के बाद फिलीपींस को चेतावनी दी है।
फिलीपींस के मुताबिक चीन की 3 तटरक्षक नौकाओं और एक समुद्री मिलिशिया बोट ने ये बैरियर लगाए थे। उसका आरोप है कि चीन ने स्कारबोरो शोल में 300 मीटर बैरियर लगाकर दक्षिणी चीन सागर में उसके मछली पकड़ने के अधिकार का उल्लंघन किया। उधर, फिलीपींस की तरफ से तैरते हुए बैरियर हटाए जाने पर चीन ने नाराजगी जताई है। चीन के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि चीन का संकल्प अटल है। वो हुआंगयान दाओ पर अपनी संप्रभुता और समुद्री अधिकारों की रक्षा करेगा। चीन के प्रवक्ता ने कहा कि फिलीपींस से अपील है कि वो उकसावे और परेशानी पैदा करने वाली कार्रवाई न करे। चीन के प्रवक्ता ने एक बार फिर इलाके पर अपने देश की संप्रभुता का दावा किया।
दरअसल, चीन 2012 से ही दक्षिणी चीन सागर के 90 फीसदी इलाके को अपना बताता है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने चीन के दावे को गलत बताया है, लेकिन चीन इस कोर्ट के फैसले को भी नहीं मान रहा। नतीजे में दक्षिणी चीन सागर से लगे सभी देशों से उसका मनमुटाव जारी है। इसके अलावा चीन की तरफ से ताइवान को अपना बताने और भारत के साथ एलएसी का मुद्दा न सुलझाने से वो इनके साथ भी तनाव की हालत में है।