काठमांडू/नई दिल्ली। ओली सरकार के दौरान पटरी से उतरे भारत-नेपाल संबंध फिर मजबूत होने जा रहे हैं। इसकी वजह है वहां शेर बहादुर देउबा की सरकार का विश्वास मत हासिल करना। देउबा के विश्वास मत हासिल कर लेने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है।
नेपाली संसद में देउबा सरकार के पक्ष में 165 और विरोध में 83 वोट पड़े। नेपाली सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शेर बहादुर देउबा को 13 जुलाई को नेपाल का पीएम बनाया गया था। वह इस पद पर पांचवीं बार बैठे हैं, जो एक रिकॉर्ड है।
नेपाली कांग्रेस के 61 और नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी केंद्र) के 48 सदस्यों के साथ देउबा की साझा सरकार बनी है। संसद में केपी शर्मा ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल के 121 और जनता समाजवादी पार्टी के 32 मेंबर हैं।
सीपीएन-यूएमएल के 26 सांसद पूर्व पीएम माधव नेपाल के करीबी हैं। इन्होंने देउबा सरकार के विश्वास मत का समर्थन किया है। जनता समाजवादी पार्टी के यादव गुट ने भी देउबा के पक्ष में वोट दिया।
Thank you very much, Prime Minister @narendramodi Ji, for your congratulatory note. I look forward to closely working with you to strengthen the relationship between our two countries and people. https://t.co/rJIElX1ytY
— Sher Bahadur Deuba (@DeubaSherbdr) July 18, 2021
विश्वास मत हासिल करने के बाद देउबा को पीएम मोदी ने ट्वीट कर बधाई दी। उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को बधाई और सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं। मैं उनके साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं। इस पर देउबा ने ट्वीट कर आभार जताया और लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, बधाई देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं दोनों देशों और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं।