नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने मिलकर एक ऐसे समझौते पर दस्तखत किए हैं कि इससे अमेरिका, दक्षिण कोरिया जैसे कई पश्चिमी देश टेंशन में आ गए हैं। इस समझौते के तहत अगर कोई भी देश उत्तर कोरिया या रूस पर हमला करता है तो दोनों देश मिलकर उसे जवाब देंगे। ऐसे समय में जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है, इस समझौते का होना काफी अहम माना जा रहा है। व्लादिमीर पुतिन का 24 साल बाद उत्तर कोरिया का दौरा करना और तानाशाह किम जोंग द्वारा उतनी ही दरियादिली से गले लगाकर उनका स्वागत करना पश्चिमी देशों के गले नहीं उतर रहा है।
पुतिन और किम ने इस सुरक्षा समझौते के बाद एक प्रेस कांफ्रेंस को भी संबोधित किया। यह भी अपने आप में एक अनोखी बात है क्योंकि किम जोंग उन प्रेस कांफ्रेंस नहीं करते हैं। आपको बता दें कि यूक्रेन से जारी युद्ध के कारण रूस पर अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने कई प्रकार के प्रतिबंध लगा रखे हैं। वहीं परमाणु हथियारों और मिसाइलों के विकास को लेकर प्रतिबद्ध उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र परिषद ने प्रतिबंध लगा रहा है।
दूसरी तरफ उत्तर कोरिया के साथ दक्षिण कोरिया के खराब संबंध जगजाहिर हैं और अमेरिका दक्षिण कोरिया की मदद करता है। इन सभी मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए रूस और उत्तर कोरिया के बीच हुए इस सुरक्षा समझौते ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया समेत जापान तक को सोचने पर मजबूर कर दिया है। पुतिन ने कहा कि दुनिया के कई देशों में आज टकराव की स्थिति है। हम उत्तर कोरिया का साथ देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं, किम ने कहा कि इस सुरक्षा समझौते से राजनीति, अर्थव्यवस्था और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार होगा। हम बिना शर्त रूस की सभी नीतियों का समर्थन करेंगे।