News Room Post

Mohamed Muizzu On India: मालदीव के नए राष्ट्रपति ने भारत के लिए हिंद महासागर में बढ़ाया खतरा, चीन समर्थक मोहम्मद मुइजु ने भारतीय सैनिकों को हटाने का किया एलान

mohamed muizzu maldives president 1

माले। हिंद महासागर में एक बार फिर भारत के लिए चुनौती बढ़ने के आसार दिख रहे हैं। वजह बने हैं मालदीव के नए चुने गए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजु। मालदीव का राष्ट्रपति पद संभालने जा रहे मोहम्मद मुइजु ने एलान किया है कि वो अपने देश में मौजूद विदेशी सैनिकों को वापस भेजेंगे। मालदीव में भारत के तमाम सैनिक हैं। भारत यहां से हिंद महासागर में चीन की गतिविधियों पर निगाह रखता रहा है। अब वहां से भारत के सैनिक हटाए जाते हैं, तो इससे सुरक्षा को लेकर गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजु से पहले इस पद पर इब्राहिम मोहम्मद सोलिह रहे। सोलिह को भारत का समर्थक माना जाता है।

मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइजु चीन के समर्थक माने जाते हैं। इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की राष्ट्रपति पद के चुनाव में पराजय के बाद ही माना जा रहा था कि मुइजु के सत्तारूढ़ होने से मालदीव में चीन की दखलंदाजी बढ़ेगी। मुइजु ने अब तक पद नहीं संभाला है, लेकिन उनके ताजा बयान से साफ है कि चीन ने अभी से मालदीव में भारत विरोधी माहौल बनाना शुरू कर दिया है। मुइजु ने माले में एक जनसभा के दौरान कहा कि कानून के मुताबिक मालदीव से विदेशी सैनिकों को वापस भेजा जाएगा। उन्होंने सोलिह का नाम लिए बगैर कहा कि जो लोग विदेशी सैनिकों को मालदीव लेकर आए, वे उनको वापस नहीं भेजना चाहते, लेकिन मालदीव के लोगों ने तय कर लिया है कि इन सैनिकों को वापस भेजना है।

मोहम्मद मुइजु ने पहले ही ये साफ कर दिया है कि जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन को वो रिहा कर सकते हैं। अब्दुल्ला यामीन के दौर में मालदीव में चीन की दखलंदाजी काफी बढ़ गई थी। तब मालदीव और भारत के रिश्तों में तल्खी आई थी। फिर जब यामीन को जेल भेजा गया और इब्राहिम मोहम्मद सोलिह राष्ट्रपति बने, तब भारत के साथ संबंध फिर सामान्य हुए थे। अब मोहम्मद मुइजु के ताजा बयान से भारत और मालदीव के बीच रिश्तों में एक बार फिर खटास आने के पूरे आसार दिख रहे हैं।

Exit mobile version